● मालेगांव केस में बरी होने के बाद भोपाल पहुंचीं साध्वी प्रज्ञा

भोपाल।
2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में अदालत द्वारा बरी किए जाने के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का भोपाल में जोरदार स्वागत हुआ। इस मौके पर उन्होंने इसे सत्य और धर्म की जीत बताया और आरोप लगाया कि उन्हें एक राजनीतिक साजिश के तहत प्रताड़ित किया गया था।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘सत्य की विजय हुई है, जो निश्चित थी। धर्म और सत्य हमारे साथ था। मैंने पहले ही कहा था कि ‘सत्यमेव जयते’ और आज यह सिद्ध भी हो गया है। जो लोग धर्म को बदनाम करने में लगे थे, उन्हें करारा जवाब मिला है।’
उन्होंने खासतौर पर ‘भगवा आतंकवाद’ जैसे शब्दों को गढ़ने वालों पर निशाना साधा और कहा कि अदालत का फैसला ऐसे लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण समेत उन सभी नेताओं पर हमला बोला, जिन्होंने ‘सनातन आतंकवाद’ जैसी टिप्पणियां की थीं।
प्रज्ञा ठाकुर ने दोहराया कि जांच एजेंसियों ने उन्हें तत्कालीन शीर्ष नेताओं के नाम लेने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम लेने का दबाव डाला गया, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया, जिस कारण उन्हें कड़ी यातनाएं दी गईं।
साध्वी प्रज्ञा का कहना है कि यह केवल उनकी नहीं बल्कि उस पूरे विचारधारा की जीत है जिसे वर्षों तक बदनाम करने का प्रयास किया गया था।