● नासा ने जारी की अब तक की सबसे स्पष्ट तस्वीर

वॉशिंगटन।
खगोल विज्ञान जगत के लिए ऐतिहासिक पल तब आया, जब नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने 3I/ATLAS नामक रहस्यमयी अंतरतारकीय वस्तु की अब तक की सबसे स्पष्ट तस्वीर जारी की। हबल स्पेस टेलीस्कोप ने 21 जुलाई 2025 को यह तस्वीर उस समय ली, जब यह आकाशीय पिंड पृथ्वी से लगभग 446 मिलियन किलोमीटर दूर था।
नासा के अनुसार यह वस्तु हमारे सौर मंडल से 2,09,215 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गुजर रही है जो अब तक दर्ज किसी भी अंतरतारकीय आगंतुक की सबसे तेज रफ्तार है। इससे पहले ‘ओउमुआमुआ’ (2017) और 2I/Borisov (2019) जैसे दो ही अंतरतारकीय पिंड सौर मंडल में देखे गए हैं।
तस्वीर में इसके बर्फीले कोर, धूल से बनी चमकीली कॉमा (coma) और लहराती पूंछ को साफ देखा जा सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका व्यास 320 मीटर से लेकर 5.6 किलोमीटर के बीच है। इसकी गति और हाइपरबोलिक कक्षा यह साबित करती है कि यह हमारे सूर्य के गुरुत्वाकर्षण से बंधा नहीं है और अरबों वर्षों से अंतरतारकीय अंतरिक्ष में यात्रा कर रहा है।
नासा और जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की टीमें अब इसकी गैस और धूल की रासायनिक संरचना का अध्ययन कर रही हैं। शुरुआती विश्लेषण में पानी और अन्य वाष्पशील तत्वों के सक्रिय रूप से निकलने के संकेत मिले हैं, जो धूमकेतुओं के सामान्य व्यवहार से अलग है।
इस बीच, हार्वर्ड विश्वविद्यालय के खगोल विज्ञानी एवी लूब ने इसकी असामान्य विशेषताओं को देखते हुए यह सवाल उठाया कि कहीं यह किसी उन्नत सभ्यता का कृत्रिम यान तो नहीं। हालांकि, मुख्यधारा के वैज्ञानिक इसे प्राकृतिक धूमकेतु मानते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि 3I/ATLAS का अध्ययन हमें न केवल सुदूर तारामंडलों से आए पदार्थ को समझने का अवसर देगा बल्कि ग्रह निर्माण और ब्रह्मांडीय प्रक्रियाओं पर भी नई रोशनी डालेगा।