
रवींद्र मिश्रा@मुंबई।
27 अगस्त से शुरू होने वाले गणेशोत्सव की तैयारियां पूरे देश में जोर-शोर से चल रही हैं। घरों में स्थापित होने वाले भगवान गणेश के स्वागत के लिए भक्त घर की साफ-सफाई कर रहे हैं और पूजा सामग्री व सजावट का सामान खरीद रहे हैं। सार्वजनिक गणेशोत्सव के लिए अधिकांश मंडलों में गणेश मूर्तियों को पंडालों में लाकर उनकी सजावट का काम शुरू कर दिया गया है।
कल रविवार होने की वजह से मुंबई सहित राज्य के अनेक सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों ने बाप्पा को अपने उत्सव मंडप में विराजित किया। इसी कड़ी में रविवार शाम जैसे ही अंधेरी का राजा का रथ आदर्श नगर मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचा, वहां घंटों से प्रतीक्षा कर रहे भक्तों ने उत्सव मनाना शुरू कर दिया। बाप्पा की झलक पाने के लिए लोग एक-दूसरे को धकेलते हुए आगे बढ़ने का प्रयास करते दिखे।
आजाद नगर सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल समिति के प्रवक्ता उदय सालियन ने बताया कि अंधेरी का राजा इस वर्ष अपने 60वें वर्ष में प्रवेश कर हीरक जयंती मना रहा है। समिति के प्रमुख मार्गदर्शक शैलेश (यशोधर) फणसे के अनुसार भक्त अंधेरी के राजा को ‘नवसाला पावणारा’ अर्थात मनोकामना पूरी करने वाला देवता मानते हैं। यही कारण है कि हर साल नेता, अभिनेता से लेकर छोटे-बड़े उद्योगपतियों तक, सभी बाप्पा के आगमन की प्रतीक्षा करते हैं और अपनी-अपनी मन्नत मांगते हैं।
उत्सव समिति के अध्यक्ष अशोक राणे ने बताया कि इस वर्ष के उत्सव का विशेष आकर्षण गुजरात, सारंगपुर के कष्टभंजन हनुमानजी की प्रतिमा है। फिल्म जगत के प्रसिद्ध आर्ट डायरेक्टर धर्मेश शाह ने 32 फीट ऊंची सुंदर हनुमान प्रतिमा तैयार की है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
समिति के कार्याध्यक्ष महेंद्र घाड़िया, सचिव विजय सावंत और कोषाध्यक्ष सुबोध चिटणीस के साथ पूरी टीम हीरक जयंती समारोह को भव्य बनाने में जुटी है। अंधेरी का राजा की प्रतिमा मुंबई के प्रसिद्ध मूर्तिकार निखिल खातू ने बनाई है।
दोपहर एक बजे करी रोड से निकली अंधेरी का राजा की शोभायात्रा को सभा मंडप तक पहुंचने में रात 10 बज गए। देर रात तक सड़क के दोनों ओर भक्तों का तांता लगा रहा। बाप्पा के स्वागत के लिए पुलिस और सुरक्षा रक्षकों ने कड़ा बंदोबस्त किया था।