● एकनाथ शिंदे का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा
● आठ अन्य नाम रजत अक्षरों में
● शंकराचार्य के सान्निध्य में बोरीवली में अभूतपूर्व समारोह

मुंबई।
किसी के अद्वितीय कार्य के लिए उसका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाने की कहावत हम सबने अनेकों बार सुनी है लेकिन ऐसे स्वर्ण अक्षर हम लोगों ने देखे नहीं हैं। स्वर्ण अक्षरों की इस बात को जगतद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी साकार रूप देकर मंगलवार को मुंबई में एक नया इतिहास रचने वाले हैं। जगद्गुरु शंकराचावामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के सान्निध्य में मंगलवार को मुंबई के बोरीवली में हो रहे एक अभूतपूर्व समारोह में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। इस ऐतिहासिक मौके पर वर्तमान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे स्वयं उपस्थित रहेंगे। श्री शिंदे के अलावा अन्य आठ लोगों के नाम रजत अक्षरों में लिखे जाएंगे। सनातन वैदिक धर्म एवं धर्मास्पद के प्रति अप्रतिम, अद्भुत, अमूल्य योगदान देने वालों के नाम अविस्मरणीय बनाने के लिए यह अनूठा कार्य शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी की प्रेरणा से हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि महाराजश्री ने गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया है। उनकी अपील पर महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में अधिकृत तौर पर गौमाता को राजमाता का दर्जा दिया है। उनके इस अद्वितीय कार्य के लिए उसका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जा रहा है। इस उपलक्ष्य में बोरीवली पश्चिम में कोराकेंद्र ग्राउंड स्थित शंकराचार्य के चातुर्मास व्रत महामहोत्सव में मंगलवार को एक भव्य कार्यक्रम हो रहा है। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि गौमाता के लिए जो कोई भी ऐसे साहसिक कदम उठाएगा, उसका नाम ऐतिहासिक तौर पर स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति के उत्कर्ष और उत्थान के लिए जो कोई भी अभूतपूर्व व सामाजिक कदम उठाएगा, उनके नाम इतिहास में दर्ज होंगे और आने वाली पीढ़ियां उन्हें याद रखेंगी।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती इन दिनों मुंबई में बोरीवली स्थित कोरा केंद्र ग्राउंड पर दिव्य-भव्य चातुर्मास महोत्सव को सानिध्य प्रदान कर रहे हैं व उन्होंने 33 कोटी गौप्रतिष्ठा महायज्ञ भी शुरू किया है। महाराजश्री ने कहा कि भारत में गोवंश की हत्या बंद होनी चाहिए और गोवंश की रक्षा के लिए प्रत्येक गांव, कस्बे जिले में गौशालाओं का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के वर्तमान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में महाराष्ट्र में गौमाता को राजमाता का दर्जा देकर वह काम किया है जो भारत में अब तक किसी भी मुख्यमंत्री ने नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह काम भारत सरकार को करना चाहिए।