
नई दिल्ली।
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना अब रफ्तार पकड़ रही है। नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने दिल्ली से वाराणसी तक प्रस्तावित हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
लिडार तकनीक से होगा हवाई सर्वेक्षण
डीपीआर की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग (LiDAR) तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। इस तकनीक से हवाई सर्वेक्षण कर ज़मीन की ऊँचाई-निचाई, प्राकृतिक और कृत्रिम संरचनाएँ, वनस्पति और भू-आकृतिक विवरण बेहद स्पष्ट रूप से सामने आते हैं।

डिज़ाइन और निर्माण में आएगी तेजी
अधिकारियों के मुताबिक लिडार सर्वेक्षण से न केवल रिपोर्ट अधिक भरोसेमंद बनेगी बल्कि परियोजना की योजना और डिज़ाइन प्रक्रिया भी तेज़ होगी। इससे निर्माण कार्य में पारदर्शिता और गति सुनिश्चित होगी।
आठ प्रस्तावित हाई-स्पीड नेटवर्क में शामिल
दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर देश के उन आठ हाई-स्पीड रेल नेटवर्क्स में शामिल है, जिन्हें आने वाले वर्षों में चरणबद्ध तरीके से विकसित करने की योजना है। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट से उत्तर भारत में तीव्र गतिशील कनेक्टिविटी का नया युग शुरू होने की उम्मीद है।