■ सुविचार : संसार में केवल कर्म ही ऐसा धन है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता।

पंचांग@1 सितंबर, 2025
सोमवार, भाद्रप्रद शुक्ल 9, नक्षत्र- ज्येष्ठा, योग-विष्कम्भ, करण- अलव। अदुख नवमी।
राहुकाल
प्रातः 7.58 से 9.31 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर 12.14 से 1.03 बजे तक
प्रदोष काल
सायं 6.52 से रात्रि 9.08
दिशाशूल व परिहार
सोमवार को पूर्व दिशा में दिशाशूल होता है। सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा से पहले दर्पण देखना शुभ माना जाता है।
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