● काई से बनी इको-फ्रेंडली लाइटिंग

बुडापोस्ट।
हंगरी के कुछ ग्रामीण इलाकों में घरों की छतें बिना बिजली, तार या बल्ब के जगमगा रही हैं। पारदर्शी टाइल्स में जड़ी बायोल्यूमिनेसेंट काई (जैव-दीप्ति वाली काई) जुगनुओं जैसी हरी रोशनी बिखेर रही है, जो पर्यावरण–अनुकूल रोशनी का नया प्रयोग साबित हो रहा है।
विशेष पारदर्शी टाइल्स में लगाई गई यह काई प्राकृतिक रूप से चमकती है और छत से पूरे घर को हल्की हरी रोशनी से भर देती है। इसे सूक्ष्म पारिस्थितिक तंत्र (micro-ecosystem) में सील किया गया है, जिससे यह लंबे समय तक बिना किसी अतिरिक्त देखभाल के जीवित रह सकती है। बस थोड़ी नमी और नियंत्रित तापमान इसके लिए पर्याप्त है।
विशेषज्ञों के अनुसार यह तकनीक न केवल गाँवों में बिजली की खपत घटाने का विकल्प बन सकती है, बल्कि भविष्य में शहरी इलाकों में भी कार्बन उत्सर्जन कम करने और सतत ऊर्जा समाधान को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगी। यूरोप की कई प्रयोगशालाओं और विश्वविद्यालयों में इस पर शोध जारी है।
हंगरी के ग्रामीण घरों में रोशनी का यह अनोखा प्रयोग दिखाता है कि किस तरह प्रकृति और विज्ञान मिलकर ऊर्जा संकट के समाधान खोज सकते हैं।