
■ सुविचार : अहंकार रिश्तों को तोड़ता है, विनम्रता उन्हें जोड़ती है।
पंचांग@7 सितंबर, 2025
रविवार, भाद्रप्रद पूर्णिमा, नक्षत्र- शततारका, योग-सुकर्मा, करण- विष्टि। पूर्णिमा समाप्ति रात्रि 11.38 बजे। संन्यासी जनों का चातुर्मास्य समाप्ति। पंचक।
राहुकाल
सायं 5.14 से 6.47 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त
दोपहर 12.12 से 1.01 बजे तक
दिशाशूल व परिहार
रविवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल होता है। रविवार को दलिया, घी या पान खाकर यात्रा करने से दिशाशूल का प्रभाव कम होता है।
खग्रास चंद्र ग्रहण
ग्रहण का योग खग्रास है। 7 सितंबर, रविवार को स्पर्श रात्रि के 9 बजकर 57 मिनट पर तथा 1 बजकर 26 मिनट पर मोक्ष है।
ग्रहणकाल में गुरु प्रदत्त मंत्र या अपने इष्ट के मंत्रों का अधिक से अधिक जप करें। नाम जप करें। ग्रहण काल में साधना के पश्चात स्नान करें और घर में गंगाजल छिड़कें।
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