
नई दिल्ली।
जीवन में सफलता पाने के लिए लोग बड़े-बड़े सूत्र खोजते हैं लेकिन कई बार छोटी-सी आदतें ही जीवन की दिशा बदल देती हैं। सुबह उठकर बिस्तर लगाना भी ऐसी ही आदत है, जिसे अक्सर हम मामूली समझते हैं जबकि यह अनुशासन, आत्मविश्वास और सफलता की बुनियाद रखती है।
शोध क्या कहता है?
नेशनल स्लीप फाउंडेशन (USA) और चार्ल्स डुहिग की चर्चित पुस्तक The Power of Habit में प्रकाशित तथ्यों के अनुसार रोज़ाना बिस्तर लगाने वाले लोग न केवल अधिक अनुशासित होते हैं, बल्कि उनके 206 प्रतिशतअधिक सफल और सम्पन्न होने की संभावना होती है।
अमेरिकी नेवी के रियर एडमिरल विलियम एच. मैक्रेवन ने भी अपने मशहूर भाषण में कहा था, ‘अगर आप हर सुबह अपना बिस्तर लगाते हैं तो आपने दिन का पहला कार्य पूरा कर लिया। यह आपको छोटे-छोटे कार्यों की अहमियत सिखाता है और बड़े लक्ष्यों तक पहुँचने की प्रेरणा देता है।’
आदत से आत्मविश्वास तक
बिस्तर लगाना दिन की शुरुआत एक छोटे-से कार्य को पूरा करने की संतुष्टि से करता है। यह आत्मनियंत्रण और संगठित जीवनशैली को मजबूत करता है। मनोवैज्ञानिक दृष्टि से यह आदत प्रोडक्टिविटी मोड को सक्रिय कर देती है। परिणामस्वरूप व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है और वह बड़े लक्ष्यों की ओर बढ़ता है।
प्रेरणा का संदेश
आज जब तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में लोग तनाव और असंगठित दिनचर्या से जूझ रहे हैं, तब सुबह का यह छोटा-सा कदम जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भर सकता है। यह हमें याद दिलाता है कि सफलता केवल बड़े प्रयासों से नहीं बल्कि अनुशासन और छोटी-छोटी आदतों से निर्मित होती है।
स्रोत
- National Sleep Foundation, USA
- Charles Duhigg, The Power of Habit (2012)
- William H. McRaven, Commencement Speech at University of Texas, 2014
