
मुंबई। हिंदी विद्या प्रचार समिति द्वारा संचालित रामनिरंजन झुनझुनवाला महाविद्यालय (सशक्त स्वायत्त) में ‘हिंदी दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर दो अंतरमहाविद्यालयीन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। दीप प्रज्वलन से शुभारंभ किए गए कार्यक्रम का स्वागत वक्तव्य उपप्राचार्य मेजर प्रवीण नायक, मंच संचालन हिंदी विभागाध्यक्षा डॉ. मिथिलेश शर्मा ने तथा आभार ज्ञापन गुप्ता अशोक कुमार ने किया।
हिंदी विद्या प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र सिंह ने अपने वक्तव्य में ‘हिंदी दिवस’ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मातृभाषा के साथ-साथ कर्मभूमि की क्षेत्रीय भाषा को महत्व दें और उसे सीखें।
सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ. रीता दास राम व सुप्रसिद्ध कवि ओमप्रकाश तिवारी ने अपनी बेहतरीन कविताओं के प्रस्तुतीकरण से विद्यार्थियों को मंत्रमुग्ध कर दिया तथा निर्णायक की भूमिका में अपने सूझबूझ का बेहतरीन परिचय देते हुए अंतरमहाविद्यालयीन स्वरचित काव्य-पठन प्रतियोगिता के परिणाम की घोषणा की, जिसमें प्रथम पुरस्कार रामनिरंजन झुनझुनवाला महाविद्यालय की सुजाता शर्मा को, द्वितीय पुरस्कार बी. के. बिरला महाविद्यालय के रोहित चौहान को, तृतीय पुरस्कार आर.जे. महाविद्यालय के आकाश शर्मा को, प्रथम प्रोत्साहन पुरस्कार के. जे. सोमैया महाविद्यालय के दिव्यांश मिश्रा को तथा द्वितीय प्रोत्साहन पुरस्कार बी. के. बिरला महाविद्यालय की श्रद्धा शुक्ला को और शील्ड बी.के. बिरला महाविद्यालय को प्राप्त हुई।

अंतरमहाविद्यालयीन वक्तृत्व स्पर्धा के विशिष्ट अतिथि एवं निर्णायक के रूप में टोक्यो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. ऋषिकेश मिश्र एवं सुप्रसिद्ध कथावाचक राजेश झा जी उपस्थित रहे, जिसमें प्रथम पुरस्कार आर.जे. महाविद्यालय की किरण पाण्डेय को, द्वितीय पुरस्कार आर.जे. महाविद्यालय की श्रद्धा मिश्रा को, तृतीय पुरस्कार महाराष्ट्र महाविद्यालय के अल्ताफ शेख को तथा प्रोत्साहन पुरस्कार आर .जे. महाविद्यालय की सौम्या यादव को और शील्ड महाराष्ट्र कॉलेज को प्राप्त हुई।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ शशि मिश्रा, डॉ. नीता चक्रवर्ती, डॉ. संजय सिंह, डॉ. तेजबहादुर सिंह, सीमा सिंह, गीता सिंह, धनंजय सिंह एवं पूनम चौरसिया उपस्थित रहे।