
कुछ लोगों का भोजन करने के बाद पेटदर्द होने लगता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। यह हल्की असुविधा से लेकर गंभीर समस्या तक का संकेत हो सकता है। कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं-
- तेल-मसालेदार या भारी भोजन – तली-भुनी या मसालेदार चीजें पचने में कठिन होती हैं।
- जल्दी-जल्दी खाना – जल्दी खाने से हवा भी निगल ली जाती है, जिससे गैस और दर्द होता है।
- गैस या अपच – खाने के तुरंत बाद गैस बनना और एसिडिटी होना।
- लैक्टोज या ग्लूटेन असहिष्णुता – दूध, पनीर या गेहूं से एलर्जी जैसी समस्या।
- खराब या बासी भोजन – फूड पॉइज़निंग का कारण बन सकता है।
चिकित्सीय कारण
- गैस्ट्राइटिस (पेट की झिल्ली में सूजन) • पेप्टिक अल्सर • पित्ताशय की पथरी • आंतों में संक्रमण • इरिटेबल बाउल सिंड्रोम • गैस्ट्रोएसोफेजियल रिफ्लक्स डिज़ीज़
क्या करें?
- हल्का और सुपाच्य भोजन लें।
- भोजन के तुरंत बाद लेटने से बचें।
- पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं, लेकिन खाना खाते समय बहुत ज्यादा पानी न पिएं।
- अदरक, सौंफ या अजवाइन का सेवन करें, यह पाचन में मदद करता है।
- यदि दर्द बार-बार हो या तेज़ हो तो डॉक्टर से परामर्श लें।
घरेलू उपाय
- अजवाइन और काला नमक: एक चम्मच अजवाइन + चुटकीभर काला नमक लेकर गुनगुने पानी के साथ खाएँ।
गैस और पेटदर्द में तुरंत राहत मिलती है। - सौंफ: भोजन के बाद 1 चम्मच सौंफ चबाएँ या सौंफ की चाय बनाकर पिएँ। पाचन सुधारता है और पेट ठंडा रहता है।
- अदरक: अदरक का छोटा टुकड़ा नमक के साथ चबाएँ या अदरक की चाय पिएँ। यह अपच और गैस दोनों में राहत देता है।
- नींबू पानी: गुनगुने पानी में नींबू और थोड़ा काला नमक मिलाकर पिएँ। यह पेट की फुलावट और भारीपन कम करता है।
- पुदीना : पुदीने की पत्तियाँ चबाएँ या पुदीना चाय लें। यह पेट को ठंडक और आराम देता है।
■ उपरोक्त प्रयोगों के बावजूद विशेष लाभ न होने पर डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।
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