● डॉ रुपाली मिश्रा

स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन के लिए हमारी दिनचर्या का संतुलित होना बेहद जरूरी है। सुबह उठने से लेकर रात सोने तक कुछ छोटी-छोटी आदतें हमें न केवल शारीरिक रूप से फिट रखती हैं बल्कि मानसिक शांति और आत्मिक संतोष भी देती हैं। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, समय पर विश्राम और सकारात्मक सोच, यही है स्वस्थ जीवनशैली की कुंजी। यदि हम सुबह से लेकर रात तक अपने समय और आदतों को व्यवस्थित रखें तो न केवल हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा बल्कि मन भी प्रसन्न और जीवन ऊर्जावान बनेगा।
सुबह की शुरुआत
- जल्दी उठना – सूर्योदय से पहले उठना स्वास्थ्य के लिए उत्तम माना जाता है। यह समय प्राणवायु और मानसिक ताजगी से भरा होता है।
- जल सेवन – उठते ही एक गिलास गुनगुना पानी पीना शरीर को विषैले तत्वों से मुक्त करता है।
- प्राणायाम और ध्यान – 15–20 मिनट तक गहरी साँसें लेना और ध्यान लगाना मन को शांत और एकाग्र करता है।
- व्यायाम या योग – कम से कम आधा घंटा योग, स्ट्रेचिंग या brisk walk करना शरीर को लचीला और सक्रिय बनाता है।

नाश्ता
- पौष्टिक नाश्ते में फल, अंकुरित अनाज, दूध या दही, ओट्स/पोहा/उपमा शामिल करें।
- नाश्ता हल्का लेकिन ऊर्जा देने वाला होना चाहिए, ताकि दिनभर थकान न लगे।
कार्य और मध्याह्न
- काम की शुरुआत ताजगी भरे मन से करें।
- हर 1–2 घंटे में 5 मिनट का छोटा ब्रेक लें, आँखों को आराम दें और थोड़ा चलें।
- दोपहर का भोजन – संतुलित प्लेट में सलाद, दाल/दही, हरी सब्जी, अनाज और थोड़ी मात्रा में चावल/रोटी शामिल करें। अधिक तैलीय और मसालेदार भोजन से बचें।
शाम का समय
- शाम को हल्की कसरत, सैर या साइकिलिंग करें।
- स्नैक्स – हरी चाय, मूंगफली, मखाना, भुना चना या फल जैसे हल्के नाश्ते लें।

रात्रि भोजन
- रात का खाना हल्का रखें, जैसे खिचड़ी, दलिया, दाल-चावल, सूप या सब्ज़ियों के साथ रोटी।
- भोजन सोने से कम से कम 2 घंटे पहले कर लें।
दिन का समापन
- सोने से पहले 10 मिनट ध्यान, कृतज्ञता प्रकट करना या हल्की किताब पढ़ना मानसिक शांति देता है।
- धार्मिक पुस्तकें पढ़ना, स्वाध्याय करना
- स्क्रीन टाइम (मोबाइल/टीवी) सोने से आधा घंटा पहले बंद कर दें।
- रात 10–11 बजे तक सो जाना आदर्श है ताकि शरीर को पर्याप्त विश्राम मिले।