● ट्रैफिक समस्या का समाधान बनेगा गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड
• मुंबई। मुंबई में लंबे समय से शहरवासियों के लिए बनी ट्रैफिक समस्या दूर होनेवाली है। ट्रैफिक से राहत दिलाने के लिए सरकार ने मेट्रो, ब्रिज और नई सड़कों के निर्माण की दिशा में कई कदम उठाए हैं। इन्हीं में से सबसे महत्वाकांक्षी योजना है गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड परियोजना।

करीब 12.20 किलोमीटर लंबे इस मार्ग में 4.70 किलोमीटर की दो भूमिगत सुरंगें (ट्विन टनल) बनाई जा रही हैं। यह सुरंगें गोरेगांव की फिल्मसिटी से शुरू होकर सीधे मुलुंड के खिंडीपाड़ा तक कनेक्टिविटी देंगी। खास बात यह है कि ये सुरंगें संजय गांधी नेशनल पार्क के नीचे से होकर गुजरेंगी। टनल तक आसान पहुंच के लिए चित्रनगरी इलाके में एक बॉक्स सुरंग का भी निर्माण किया जाएगा।
निर्माण के लिए ऑस्ट्रेलिया से मंगाई गई दो विशाल टनल बोरिंग मशीनों (टीबीएम) का इस्तेमाल होगा। पहली मशीन के हिस्से मुंबई पहुंच चुके हैं और इसे जोड़ने व परीक्षण में 4-5 महीने का समय लगेगा। दूसरी मशीन नवंबर तक आ जाएगी। दोनों मशीनें चार मंजिला इमारत जितनी ऊंची हैं और पूरी तरह अत्याधुनिक तकनीक से संचालित होंगी, ताकि पर्यावरण और सुरक्षा पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े।
फिलहाल जोगेश्वरी-विक्रोली लिंक रोड (JVLR) के जरिए मुलुंड या ठाणे पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे लगते हैं। लेकिन GMLR बनने के बाद यही सफर केवल 15-20 मिनट का रह जाएगा। इससे समय और ईंधन दोनों की बड़ी बचत होगी। हालांकि परियोजना की लागत बढ़ गई है। फिल्मसिटी क्षेत्र में स्थानीय निवासियों के विरोध के कारण सुरंग का प्रवेश बिंदु 600 मीटर आगे खिसकाना पड़ा था, जिससे खर्चा बढ़ गया।
