● 11 मासूमों की मौत से मचा है हड़कंप

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बच्चों की संदिग्ध मौतों ने स्वास्थ्य तंत्र को झकझोर दिया है। छिंदवाड़ा ज़िले में बीते पखवाड़े में किडनी फेल होने से नौ बच्चों की मौत हुई, जबकि राजस्थान के सीकर में भी एक बच्चे की जान इसी तरह गई। महाराष्ट्र में भी एक बच्चा दम तोड़ चुका है। कुल मिलाकर 11 मासूमों की मौत ने चिंता गहरा दी है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने छोटे बच्चों को कफ सिरप देने के खिलाफ चेतावनी जारी कर दी है। जांच में सामने आया कि मरने वाले बच्चों में से कई ने कोल्ड्रेफ या नेक्सट्रो सिरप लिया था। इस घटनाक्रम के बाद निजी डॉक्टरों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी वायरल रोगी का इलाज क्लिनिक में न करें बल्कि उसे सीधे सिविल अस्पताल भेजा जाए।
राज्य सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए डेक्सट्रोमेथॉर्फन हाइड्रोब्रोमाइड सिरप के बैचों की जांच शुरू कर दी है और उनके वितरण पर रोक लगा दी गई है। फिलहाल 1,420 बच्चों की सूची बनाई गई है, जिन पर स्वास्थ्य विभाग लगातार नजर रखे हुए है।
हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि संदिग्ध कफ सिरप के नमूनों की जांच में किसी भी तरह की मिलावट नहीं मिली। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि सिरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल या एथिलीन ग्लाइकॉल जैसे घातक रसायन मौजूद नहीं थे, जो किडनी फेल होने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं।
इस पूरे मामले ने एक बार फिर बच्चों को दी जाने वाली दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
