
नई दिल्ली। भारत एक बार फिर अंतरिक्ष इतिहास रचने की दहलीज पर है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला जल्द ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा पर रवाना होंगे। यह मिशन अमेरिका की निजी अंतरिक्ष एजेंसी स्पेसएक्स और एक्सिओम स्पेस के सहयोग से संचालित हो रहा है।
स्पेसएक्स ने बुधवार को जानकारी दी कि ‘एक्सिओम-4’ (Ax-4) मिशन की लॉन्चिंग तकनीकी कारणों से स्थगित कर दी गई है। कंपनी के अनुसार फिलहाल आवश्यक मेंटेनेंस कार्य जारी है और जल्द ही नई तारीख की घोषणा की जाएगी।
इस मिशन के जरिए शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनेंगे। इससे पहले, 3 अप्रैल 1984 को ग्रुप कैप्टन राकेश शर्मा सोयूज टी-11 यान से अंतरिक्ष गए थे और भारत का नाम विश्व अंतरिक्ष मानचित्र पर स्थापित किया था। उनका वह ऐतिहासिक संवाद जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पूछा, ‘अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है?’ और उन्होंने उत्तर दिया, ‘सारे जहां से अच्छा’ जोकि आज भी देशवासियों के हृदय में गूंजता है।
अब 38 साल बाद एक और भारतीय वायुसेना अधिकारी अंतरिक्ष में भारत की प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं। देश की नजरें इस मिशन पर टिकी हैं और उम्मीद की जा रही है कि एक बार फिर अंतरिक्ष से वही स्वर गूंजेगा, ‘सारे जहां से अच्छा।’