● वैज्ञानिकों ने जताई चिंता, गर्म पेय डालते ही निकलते हैं हजारों माइक्रोप्लास्टिक कण

नई दिल्ली। डिस्पोजेबल पेपर कप में चाय या कॉफी पीने की आदत अब स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित हो सकती है। वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि इन कपों में मौजूद पतली प्लास्टिक परत गर्म पेय के संपर्क में आते ही हानिकारक माइक्रोप्लास्टिक कण और रासायनिक तत्व छोड़ देती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि जब पेपर कप में 85 से 90 डिग्री सेल्सियस तापमान का चाय या कॉफी जैसा पेय डाला जाता है तो मात्र 15 मिनट में एक कप से लगभग 25,000 माइक्रोप्लास्टिक कण पेय में घुल सकते हैं। ये सूक्ष्म कण आंखों से दिखाई नहीं देते पर शरीर में प्रवेश कर समय के साथ जमा हो सकते हैं।
अध्ययन में यह भी सामने आया है कि इन कपों से बीपीए (Bisphenol-A), नाइट्रेट्स और कुछ भारी धातुएं जैसे लेड, क्रोमियम और कैडमियम भी पेय में मिल सकती हैं। इन तत्वों का दीर्घकालिक सेवन शरीर की कोशिकाओं, हॉर्मोनल संतुलन और प्रतिरक्षा प्रणाली पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि अभी तक इन तत्वों के स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव को लेकर और अनुसंधान की आवश्यकता है, लेकिन यह स्पष्ट है कि गर्म पेय के साथ पेपर कप का उपयोग पूरी तरह सुरक्षित नहीं कहा जा सकता। पर्यावरण वैज्ञानिकों ने इसके स्थान पर स्टील, ग्लास या सिरेमिक कप के उपयोग की सलाह दी है।
स्रोत: ● PubMed Central (PMID: 33091697) ● ScienceDirect – Environmental Pollution (2022) ● Food Packaging Forum (2023 Report) ●Journal of Hazardous Materials – Elsevier (2023)

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