
लंदन।
पिछले 50 सालों में इंग्लैंड और वेल्स में कैंसर से बचने की संभावना दोगुनी हो गई है। कैंसर रिसर्च यूके (CRUK) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक जहां कैंसर के मामले बढ़े हैं, वहीं इलाज और तकनीक में आई प्रगति से मृत्यु दर में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
CRUK की प्रमुख मिशेल मिशेल ने कहा, ‘हम कैंसर शोध के स्वर्ण युग में हैं, जहां डिजिटल, जीनोमिक्स, डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिलकर नई संभावनाएं खोल रहे हैं।’ हालांकि, रिपोर्ट ने यह भी बताया कि यूके में मरीजों को जांच और इलाज के लिए अब भी लंबा इंतजार करना पड़ता है।
नई दवाएं और व्यायाम से जीवन में सुधार
इम्यूनोथेरेपी दवा पेम्ब्रोलिज़ुमैब से सिर और गर्दन के कैंसर को पहले की तुलना में दोगुना समय तक रोका जा सका।
ब्रेस्ट कैंसर के लिए नई थेरेपी से बीमारी की गति धीमी हुई है, जिससे मरीजों की उम्र बढ़ाई जा सकी है।
एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में पाया गया कि कोलन कैंसर से उबर चुके मरीज अगर नियमित व्यायाम करें तो उनमें मौत का खतरा 37% तक कम हो सकता है। यह अध्ययन अमेरिका के सबसे बड़े कैंसर सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया।
HIV के इलाज में नई उम्मीद
ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित पीटर डोहर्टी इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिकों ने mRNA तकनीक की मदद से HIV वायरस को सफेद रक्त कोशिकाओं से बाहर लाने में सफलता पाई है। ये वायरस अब तक शरीर में छिपकर इलाज से बचता रहा है। mRNA तकनीक, जो पहले कोविड वैक्सीन में इस्तेमाल हुई थी, अब HIV को उजागर कर उसकी जड़ तक पहुंचने में मदद कर सकती है।
कैंसर और HIV जैसे गंभीर रोगों के इलाज में दुनिया बड़ी प्रगति की ओर बढ़ रही है। जहां नई दवाएं और तकनीकें आशा जगा रही हैं, वहीं जीवनशैली में बदलाव जैसे व्यायाम भी इलाज का अहम हिस्सा बनते जा रहे हैं।