
बॉलीवुड के दमदार अभिनेता जयदीप अहलावत ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की एक चौंकाने वाली हकीकत उजागर की है। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषी राज्यों से आने वाले कई अभिनेता, जो खुद को हिंदी सिनेमा का हिस्सा कहते हैं, देवनागरी लिपि पढ़ ही नहीं पाते।
जयदीप ने बताया, ‘मुझे देखकर हैरानी हुई कि ये एक्टर्स हिंदी फिल्मों में काम करते हैं लेकिन हिंदी में लिखी स्क्रिप्ट नहीं पढ़ सकते। मैं मजाक नहीं कर रहा, देवनागरी में लिखा हुआ अगर स्क्रिप्ट हो, तो ये लोग रुक-रुक कर या गलत पढ़ते हैं।’
उन्होंने इसे एक गंभीर चिंता का विषय बताया और कहा, ‘अगर कोई साउथ इंडिया से आता है और हिंदी पढ़ने में कठिनाई होती है तो समझ आता है। लेकिन जब कोई खुद को हिंदीभाषी कहता है और हिंदी पढ़ नहीं पाता, तो हर दूसरे शब्द पर गड़बड़ी होती है।’
जयदीप ने यह भी कहा कि ऐसे अभिनेता स्क्रिप्ट को केवल रोमन लिपि में पढ़ पाते हैं। ‘अगर आप स्क्रिप्ट रोमन में दे दें तो आसानी से पढ़ लेते हैं। लेकिन देवनागरी में दी तो मुश्किल शुरू हो जाती है।’ यह बयान न सिर्फ मनोरंजन जगत की वास्तविकता उजागर करता है बल्कि हिंदी भाषा के प्रति फिल्म इंडस्ट्री के रवैये पर भी सवाल खड़े करता है।