
अहमदाबाद (गुजरात)।
मेघानी नगर में शनिवार को एक बड़ा विमान हादसा हुआ। एयर इंडिया का विमान, जिसमें 242 लोग सवार थे, रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना के तुरंत बाद धुएं का घना गुबार उठता देखा गया और एयरपोर्ट जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि कितने लोग सुरक्षित हैं।
क्या ‘सबसे सुरक्षित सीट’ जैसी कोई चीज होती है?
विशेषज्ञों और पुराने हादसों के आंकड़ों के मुताबिक विमान के पिछले हिस्से में बैठने वालों के बचने की संभावना ज्यादा रहती है। दक्षिण कोरिया और कजाखस्तान के हादसों में भी विमान का पिछला हिस्सा अपेक्षाकृत सुरक्षित पाया गया था। वहीं विमान के बीच में बैठना सबसे असुरक्षित माना जाता है, क्योंकि इस हिस्से में फ्यूल टैंक और पंख होते हैं, जो हादसे के वक्त सबसे पहले आग की चपेट में आते हैं।
टाइम मैग्ज़ीन की रिपोर्ट
टाइम मैगजीन की रिपोर्ट के अनुसार पीछे की सीटों पर मौत की संभावना 28% होती है, जबकि बाकी हिस्सों में यह 44% तक पहुंच जाती है। हालांकि, हर हादसे की प्रकृति अलग होती है और सुरक्षा केवल सीट पर नहीं बल्कि हालात और प्रतिक्रिया पर भी निर्भर करती है।