
● मुंबई । वैश्विक स्तर पर चांदी की मांग में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की जा रही है, लेकिन मांग के अनुपात में आपूर्ति न होने के कारण चांदी के दामों में तेज उछाल देखा गया है। बीते दो दिनों में चांदी के भावों में लगभग 20 हजार रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई है, जिससे चांदी की कीमत 1,70,000 रुपये प्रति किलो के स्तर तक पहुँच गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध, अमेरिकी फेडरल बैंकों द्वारा ब्याज दरों में संभावित कमी के संकेत और डोनाल्ड ट्रम्प की नीतिगत बदलाव की संभावनाएं, इन सबके असर से सोने की कीमतों में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। हाल के दिनों में सोने के दाम बढ़कर 1,25,000 रुपये प्रति 10 तोला तक पहुँच गए हैं।
इसी बीच, चांदी ने भी तेजी से बढ़त हासिल करते हुए सोने को कीमत के मामले में पीछे छोड़ दिया है। बीते दो दिनों में 20 हजार रुपये की उछाल के साथ चांदी के दामों में जो तेजी आई है, वह बाजार विश्लेषकों के लिए भी ध्यान देने योग्य है।

औद्योगिक क्षेत्र में चांदी की बढ़ती मांग और सीमित आपूर्ति के कारण विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में चांदी के दाम सोने से भी अधिक तेजी से बढ़ सकते हैं।
निवेशकों द्वारा अधिक लाभ की संभावना को देखते हुए विश्व स्तर पर अब चांदी में निवेश बढ़ने लगा है। इसके परिणामस्वरूप बाजार में चांदी के भाव लगातार चढ़ान पर हैं। उद्योग से जुड़े जानकारों का अनुमान है कि यदि यही रफ्तार जारी रही तो आने वाले कुछ ही दिनों में चांदी के दाम दो लाख रुपये प्रति किलो का आंकड़ा पार कर सकते हैं।
