
क्या आप जानते हैं कि आपकी रसोई में की जाने वाली एक मामूली लापरवाही आपको कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की ओर धकेल सकती है? यह गलती है, खाना बनाने के बाद बचे हुए तेल को दोबारा गर्म करके इस्तेमाल करना। हममें से ज्यादातर लोग ऐसा करते हैं ताकि तेल व्यर्थ न जाए पर यह आदत हमारी सेहत को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा रही होती है।
जानकार बताते हैं कि जब तेल को बार-बार गर्म किया जाता है तो उसमें जहरीले तत्व और फ्री रेडिकल्स बनने लगते हैं। ये तत्व हमारे शरीर की कोशिकाओं पर हमला करते हैं और धीरे-धीरे कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं। पुनः गर्म किए गए तेल में बनने वाले एल्डिहाइड्स और रासायनिक बदलाव शरीर में कार्सिनोजेनिक प्रभाव पैदा करते हैं यानी ऐसे तत्व जो कैंसर उत्पन्न कर सकते हैं।
सावधान रहें स्ट्रीट फूड से
भारत में किए गए एक सर्वे से पता चला है कि कई स्ट्रीट फूड विक्रेता एक ही तेल को चार से पाँच बार तक इस्तेमाल करते हैं। उनके तेल के नमूनों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सुरक्षित सीमा से दोगुनी मात्रा में जहरीले तत्व पाए गए। इसका मतलब यह है कि स्वादिष्ट दिखने वाला चाट-पकौड़े का तेल आपकी सेहत के लिए घातक साबित हो सकता है।
कैसे बचें इस खतरे से?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह है कि हमेशा ताजा तेल प्रयोग करें और पुराने तेल को दोबारा गर्म करने से बचें। सरसों या मूंगफली का तेल जैसे पारंपरिक विकल्प सेहत के लिए बेहतर माने जाते हैं। ऑलिव ऑयल का उपयोग केवल सलाद या हल्के व्यंजन के लिए करें, तलने के लिए नहीं। कोशिश करें कि अपनी डाइट में तले हुए व्यंजन की जगह बेक या स्टीम किए गए भोजन को शामिल करें। और यदि संभव हो, तो देसी घी का उपयोग करें, इसे आज भी सबसे सुरक्षित और पौष्टिक विकल्प माना जाता है।
आपकी रसोई ही आपकी सेहत की जड़ है। इसलिए अगली बार जब आप तेल दोबारा गर्म करने जाएं तो याद रखिए बचाया हुआ तेल, आपको महंगा पड़ सकता है।
