◆ काटन ग्रीन की रामलीला में श्रद्धा में डूबे रामभक्त
◆ 15 अक्तूबर को भव्य कवि सम्मेलन

● मुंबई । मुंबई इन दिनों एक बार फिर राममय वातावरण में सराबोर है। दूसरे चरण की रामलीलाओं का भव्य मंचन शहर के कई इलाकों में हो रहा है। मानसून भी अनुकूल है, जिससे श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। काटन ग्रीन, बोरीवली और नई मुंबई सहित अनेक स्थानों पर भगवान श्रीराम की लीला देखकर दर्शक भावविभोर हो रहे हैं।
इसी क्रम में आदर्श रामलीला समिति, काटन ग्रीन द्वारा पंडित राधेश्याम मिश्र की अध्यक्षता में राम मंदिर प्रांगण में भव्य रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। यह लीला 13 अक्तूबर 2025 तक चलेगी।
विभीषण शरणागति प्रसंग पर गूंजा तालियों का शोर
मथुरा से पधारी पंडित बैजनाथ चतुर्वेदी की टीम ने जब रावण द्वारा तिरस्कृत किए जाने के बाद विभीषण के शरणागत होने का प्रसंग प्रस्तुत किया तो पूरा वातावरण ‘जय श्रीराम’ के जयघोष से गूंज उठा।
विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीत।
बोले राम सकोप तब, भय बिनु होइ न प्रीत॥सागर के नतमस्तक होने और पार जाने का उपाय बताने वाला दृश्य दर्शकों के लिए अत्यंत रोमांचक रहा-
नाथ, नील-नल कपि दोउ भाई,
लरिकाईं ऋषि आसिष पाई॥

15 अक्तूबर को होगा भव्य कवि सम्मेलन
आदर्श रामलीला समिति द्वारा 15 अक्तूबर 2025 को सायं 6 बजे से हास्य सम्राट सुरेश मिश्र के संचालन में एक भव्य कवि सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें लाफ्टर चैंपियन फेम सुनील सावरा, बालाघाट की कवयित्री सुश्री माधुरी किरण, डॉ. राज बुंदेली, हास्य कवि बसंत आर्य, शायर ज्ञान प्रकाश गर्ग और एडवोकेट आर. बी. गुप्ता अपनी कविताओं से श्रोताओं का मनोरंजन करेंगे।
गणमान्य अतिथियों की रही उपस्थिति
कार्यक्रम में समाज के अनेक गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति ने समिति के कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया। इस अवसर पर आयकर विभाग के चीफ कमिश्नर सुबचरन राम, हास्य कवि सुरेश मिश्र, जयवंत लोखंडे, पूर्व नगरसेवक विनोद मिश्र, साहित्य कला मंच के महासचिव विनय मिश्रा सहित अनेक प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित थे। समिति के अध्यक्ष पंडित राधेश्याम मिश्र, के. के. मिश्र, आर. वी. गुप्ता, ओमप्रकाश पांडेय, रामकृष्ण पांडेय, प्रतीक मिश्र, त्रिलोकी मिश्र, उमाशंकर पांडेय और नीलेश मिश्र ने आगंतुक अतिथियों का शाल व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया।
कजरी ने बांधा समापन का भावपूर्ण रंग
अंत में सुरेश मिश्र ने अपनी प्रसिद्ध कजरी ‘चला घूमि आई रामजी के धाम सखी, बनिहैं सब काम सखी न…’ गाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। पूरे परिसर में भक्ति और उल्लास का वातावरण व्याप्त हो गया।
