◆ वधावन पोर्ट बनाने का मिला चुनौतीपूर्ण कार्य

● मुंबई। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश काडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गौरव दयाल को नवी मुंबई स्थित देश के सबसे बड़े बंदरगाह जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) का पांच साल के लिए चेयरमैन नियुक्त किया है। फिलहाल उत्तर प्रदेश के गृह विभाग के सचिव के पद पर कार्यरत दयाल को केंद्र ने उस समय यह बड़ी जिम्मेदारी दी है जब जेएनपीटी महाराष्ट्र के पालघर जिले में 76 हजार करोड़ रुपये की लागत से दुनिया का 10वां सबसे बड़ा वधावन पोर्ट तैयार कर रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को तय समय में पूरा करने की चुनौती अब उनके कंधों पर है।
राम मंदिर उद्घाटन में दिखाया प्रशासनिक कौशल
2004 बैच के आईएएस गौरव दयाल अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन समारोह के दौरान अपने उत्कृष्ट प्रबंधन कौशल के कारण सुर्खियों में रहे। 22 जनवरी 2024 को उद्घाटन के बाद जब पांच लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़ पड़े, तब संभावित अव्यवस्था की आशंका के बीच उनके नेतृत्व में प्रशासन ने बेहतरीन क्राउड मैनेजमेंट किया, जिसकी देशभर में सराहना हुई।
अयोध्या की सूरत बदलने में अहम भूमिका
रामनवमी और महाकुंभ जैसे आयोजनों के दौरान भी अयोध्या में बिना किसी अप्रिय घटना के भीड़ नियंत्रण उनकी बड़ी उपलब्धि रही। योगी सरकार ने मंदिर उद्घाटन से ठीक पहले उन्हें अयोध्या का कमिश्नर बनाया था। करीब ढाई साल तक अयोध्या में रहकर उन्होंने रामनगरी के कायाकल्प में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
नवाचार और पारदर्शिता के लिए मशहूर
दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से शिक्षित गौरव दयाल ने बरेली, आगरा जैसे बड़े जिलों में जिलाधिकारी रहते कई नवाचार शुरू किए। भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्होंने “से नो टू करप्शन” (SNTC) अभियान चलाया, जिसके तहत वे लाभार्थियों से खुद फोन पर योजनाओं में रिश्वत की शिकायतें सुनते और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करते थे। विभागों में ऑनलाइन फोटो अटेंडेंस सिस्टम लागू कर उन्होंने कर्मचारियों की कार्य संस्कृति में अनुशासन लाया।
राष्ट्रीय स्तर पर नई जिम्मेदारी
चित्रकूट, अलीगढ़ और अयोध्या जैसे संवेदनशील मंडलों के कमिश्नर के रूप में अपनी प्रशासनिक दक्षता साबित करने के बाद अब उन्हें मोदी सरकार ने रणनीतिक महत्व के राष्ट्रीय पद की जिम्मेदारी सौंपी है। वधावन पोर्ट जैसे मेगा प्रोजेक्ट को समय पर पूरा कराना उनके करियर की सबसे बड़ी चुनौती और उपलब्धि दोनों हो सकती है।
