पांच साल बाद शुरू हुई है यात्रा

सिक्किम।
पांच साल के अंतराल के बाद कैलास मानसरोवर यात्रा सिक्किम के नाथू ला दर्रे से फिर से शुरू हो गई है। इस बार 36 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था गंगटोक पहुंच चुका है और 20 जून को भारत-चीन सीमा पार करेगा। यह जत्था तिब्बत के शिगात्से होते हुए कैलास पर्वत और मानसरोवर झील तक पहुंचेगा।
विदेश मंत्रालय के दो अधिकारियों समेत यह दल रविवार शाम गंगटोक पहुंचा और सोमवार को मौसम के अनुकूलन के लिए 17 माइल क्षेत्र के लिए निकला। यात्रा की पूरी जिम्मेदारी सिक्किम पर्यटन विकास निगम के पास है। इस साल कुल 750 तीर्थयात्रियों का चयन हुआ है 500 नाथू ला मार्ग और 250 उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे से जाएंगे।
बता दें कि यह यात्रा जून से सितंबर तक होती है और केवल वैध भारतीय पासपोर्टधारी नागरिक ही पात्र हैं। इस यात्रा के लिए मेडिकल जांच और तैयारी के लिए 3-4 दिन रुकना अनिवार्य है। दिल्ली सरकार आवास और भोजन की व्यवस्था करती है लेकिन यात्री चाहें तो खुद की व्यवस्था भी कर सकते हैं।