
● मुंबई। मुंबई की सबसे पुरानी रामलीलाओं में से एक काटन ग्रीन रामलीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला का समापन भव्य कवि सम्मेलन के साथ हुआ। भगवान श्रीराम के उसी पवित्र मंच पर, जो इस बार राम मंदिर प्रांगण के रूप में सजाया गया था, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन हास्य कवि सुरेश मिश्र ने किया। मंच पर लाफ्टर चैंपियन फेम सुनील सावरा, बालाघाट से पधारीं श्रीमती माधुरी किरण, डॉ. राज बुंदेली, ज्ञान प्रकाश गर्ग, बसंत आर्य, राघवेन्द्र त्रिपाठी, एडवोकेट आर. वी. गुप्ता तथा लखनऊ से आए ब्रजेश शुक्ल ने अपनी प्रभावशाली और हास्य-रस से ओतप्रोत कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता विमल दूबे ने की।

समिति के अध्यक्ष पं. राधेश्याम मिश्र ने कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य अतिथियों विधायक अजय चौधरी, विधायक मनोज जामसुतकर, वरिष्ठ पत्रकार बृजमोहन पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार अनिल तिवारी, एनसीपी नेता पारसनाथ तिवारी, साहित्य कला मंच के महासचिव विनय मिश्रा, समाजसेवी विमलधर दूबे, विजय लोखंडे, जय सिंह भोसले, मेहबूब खान, बाबा मिसाल, त्रिलोकी मिश्रा, तारक शाह, पूर्व नगरसेवक राम वचन मुराई, लल्लन गुप्ता, डॉ. गौरव मिश्रा, वरुण त्रिपाठी और राम सुरेश लोध का शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।
रामलीला महोत्सव और कवि सम्मेलन की सफलता में समिति के ओमप्रकाश पांडेय, रामकृष्ण पांडेय, के. के. मिश्रा, उमाशंकर पांडेय, शिव कुमार सिंह, प्रतीक मिश्र, राकेश यादव और निलेश मिश्रा के अथक प्रयास उल्लेखनीय रहे।
हजारों रामभक्तों और साहित्य रसिकों की उपस्थिति में आयोजित यह कवि सम्मेलन ऐतिहासिक बन गया।
