- एआई निगरानी और मोबाइल ऐप से होगी भीड़ पर नजर
- समुद्री और हवाई सुरक्षा भी चाक-चौबंद

भुवनेश्वर।
पुरी रथ यात्रा 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए ओडिशा पुलिस हाईटेक तकनीकों का सहारा ले रही है। पुलिस के आला अधिकारियों ने सोमवार को भुवनेश्वर स्थित डीजीपी कैंप कार्यालय में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक के बाद इसकी जानकारी दी।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाईबी खुरानिया ने बताया कि इस बार रथ यात्रा के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित निगरानी प्रणाली और श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष मोबाइल ऐप लॉन्च किया जाएगा। इसके तहत पुरी टाउन पुलिस स्टेशन में लगातार संचालित होने वाला इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा, जो उत्तरा चक से लेकर श्री जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क तक के क्षेत्रों में लगाए गए हाई-रिजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड के माध्यम से भीड़ और यातायात की निगरानी करेगा।
डीजीपी के अनुसार कैमरे असामान्य गतिविधियों और अचानक भीड़ बढ़ने की स्थितियों को स्वतः पहचानने में सक्षम होंगे, जिससे सुरक्षा बल तत्काल कार्रवाई कर सकेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तैयार किए गए मोबाइल ऐप के जरिए पुरी पहुंचने के मार्ग, पार्किंग स्थलों और भीड़ की रियल टाइम स्थिति की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
डिजिटल तकनीकों से सुगम होगी आवाजाही
भीड़ नियंत्रण के साथ-साथ ट्रैफिक प्रबंधन के लिए भी एआई तकनीक का इस्तेमाल होगा। इसके तहत वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए रीयल टाइम एडवाइजरी जारी की जाएगी। सुरक्षा बलों की तैनाती जीआई टैगिंग के जरिए सटीक स्थानों पर की जाएगी। डीजीपी खुरानिया ने बताया कि यात्रा के दौरान समुद्री और हवाई सुरक्षा के लिए भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। इंडियन नेवी, कोस्ट गार्ड और मरीन पुलिस की संयुक्त गश्त समुद्र में की जाएगी। वहीं ड्रोन और एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए जाएंगे। आतंकी खतरे को ध्यान में रखते हुए एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड और बख्तरबंद वाहन भी पुरी में तैनात रहेंगे।