
मुंबई।
राज्य सरकार ने मुंबई और उपनगरों के नागरिकों को एक बड़ी राहत दी है। महाराष्ट्र के राजस्व विभाग ने अब दस्तावेज पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरी तरह सरल और लचीला बना दिया है। नए नियम के तहत नागरिक अब अपने इलाके की सीमा से बंधे नहीं रहेंगे, वे मुंबई के किसी भी स्टाम्प आफिस में दस्तावेजों का रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम नागरिक सुविधा और प्रशासनिक दक्षता दोनों के लिहाज से अहम है। अब तक लोगों को अपने ही क्षेत्र के स्टाम्प आफिस में जाना पड़ता था, जिससे भीड़ और लंबी कतारों की समस्या बनी रहती थी। नई व्यवस्था से यह झंझट खत्म हो जाएगी और प्रक्रिया अधिक सुगम और तेज हो जाएगी।
मुंबई में रोजाना हजारों संपत्ति और किराया समझौते, उत्तराधिकार और अन्य कानूनी दस्तावेजों का पंजीकरण होता है। पहले यदि किसी व्यक्ति का घर बोरीवली में है, तो उसे वहीं के आफिस में जाना पड़ता था, भले ही कुर्ला का आफिस नजदीक क्यों न हो। अब नागरिक अपनी सुविधा के अनुसार मुंबई के किसी भी छह स्टाम्प आफिसों बोरीवली, कुर्ला, अंधेरी, मुंबई सिटी, स्टाम्प कलेक्टर (कार्यान्वयन एक और दो) और पुराने कस्टम हाउस के पास प्रधान स्टाम्प आफिस में पंजीकरण करा सकते हैं।
नई व्यवस्था के प्रमुख लाभ
- लोग अब नजदीकी या कम भीड़ वाले आफिस में जाकर पंजीकरण करा सकेंगे।
- अलग-अलग आफिसों में काम बंटने से भीड़ कम होगी और दस्तावेज जल्द निपटेंगे।
- नागरिकों को अब क्षेत्रीय सीमाओं और जटिल नियमों से राहत मिलेगी।
- बिल्डर्स, ब्रोकर और व्यापारियों को भी अपने कार्यों में तेजी और सुविधा मिलेगी।
