■ दिव्या दीदी से जुड़कर दिव्यता प्राप्त कर मिशन को आगे बढ़ाएंगे- योगीराज भारतेंदु

● मुंबई।
विश्व ध्यान दिवस (21 दिसंबर 2025) के आगामी आयोजन को लेकर योगीराज भारत भूषण भारतेंदु जी महाराज और ब्रह्मकुमारी ट्रांसपोर्ट विंग, बोरीवली (मुंबई) की प्रमुख आदरणीय बीके दिव्या दीदी के बीच एक विशेष विचार-विमर्श बैठक संपन्न हुई।
यह बैठक श्री हरि नारायण सेवा संस्थान, मुंबई-पालघर के तत्वावधान में आयोजित की गई। इसमें विश्व शांति, ध्यान संस्कृति के प्रसार तथा “सेव सेल्फ – सेव नेशन” अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई।
योगीराज भारत भूषण ने कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्था आज विश्वभर में ध्यान, पवित्रता और शांति का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने कहा, “जब मैं आदरणीय दिव्या दीदी से मिला, तो लगा जैसे साधना की मूर्त रूप ‘दिव्यता’ से साक्षात्कार हुआ हो। उनसे जुड़कर मैंने यह अनुभव किया कि ध्यान केवल साधन नहीं, बल्कि सेवा और आत्म-परिवर्तन का मार्ग है। मैं संकल्प करता हूँ कि इस दिव्य मिशन को उनके साथ मिलकर भारत सहित पूरे विश्व में आगे बढ़ाऊँगा।”
इस अवसर पर बीके दिव्या दीदी ने कहा,“योगीराज भारत भूषण जी का दृष्टिकोण प्रेरणादायक है। उन्होंने जिस तरह योग, संगीत और सेवा को एक सूत्र में जोड़ा है, वह आज की पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है। विश्व ध्यान दिवस पर हमारा उद्देश्य यही है कि जब मनुष्य स्वयं को साध लेता है, तो समाज और राष्ट्र स्वतः सध जाते हैं।”

21 दिसंबर को होगा भव्य जन-जागरण कार्यक्रम
विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर मुंबई (मीरा-भाईंदर) में एक विशाल जन-जागरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें हजारों साधक और समाजसेवी भाग लेंगे।
कार्यक्रम का संदेश होगा-“हर हाथ बांसुरी – हर सांस बांसुरी”,
अर्थात् हर व्यक्ति की सांस से शांति का संगीत गूंजे।
दोनों ही आध्यात्मिक हस्तियों ने संयुक्त रूप से संदेश दिया, “दुनिया का सबसे बड़ा युद्ध बाहरी नहीं, भीतर का है। जब हम अपने मन को शांत कर साध लेते हैं, तो संपूर्ण संसार शांत हो जाता है। आइए, इस विश्व ध्यान दिवस पर हम सब ध्यान-मौन होकर विश्व शांति की लौ जलाएँ। ॐ शांति, शुभ शांति।”
बैठक में मुख्य रूप से बीके संगीता दीदी, बीके श्रेया दीदी, बीके विजय शंकर पाण्डेय जी सहित अनेक साधक उपस्थित रहे।
