■ टाटा और केईएम अस्पताल परिसर में मानवता का उदाहरण

● मुंबई।
टाटा और केईएम अस्पताल क्षेत्र में ऐसे अनेक परिवार रहते हैं, जिनके सदस्य अस्पताल में भर्ती हैं। उपचार के कारण ये परिवार दिवाली का उत्सव नहीं मना सके। इस संवेदनशील स्थिति को देखते हुए सौरभ मित्र मंडल ने ‘अन्नमित्र सत्कार्य’ के माध्यम से इन परिवारों तक दिवाली की खुशियां पहुंचाईं।
अन्नमित्र के प्रमुख संजय सोमनाथ शेट्ये की पहल पर यह सत्कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उनके साथ भारतेंदु शिवराम तिवारी, सत्तार लतीफ शेख, संजयकुमार रतीलालजी रमीना, अनन्या संदीप गुरव, डॉ. स्टेफी और अनूप, सुजाता प्रशांत परब, अशोक श्रीधर खानोलकर, नूपुर रोहित खानोलकर, उज्वला प्रह्लाद गवरे, प्रल्हाद दगडू गवरे, ईहीता योगेंद्र लोंढे, अयप्पा अण्णा, हरिशंकर मूलचंद कनौजिया, अशोक महादेव गोरीवले, सुलभा अशोक गोरीवले, विपुलभाई मनिलाल छेडा और गोल्डी कैलासचंद्र गोयल ने भी योगदान दिया।
सभी के सहयोग से ३०० मरीजों और उनके परिजनों को दिवाली फराल प्रदान किया गया। साथ ही, ८० साड़ियां भी जरूरतमंद महिलाओं को भेंट की गईं।
विशेष रूप से, नम्रता अशोक पाटोले और शलाका सम्राट पाटोले के घर के छोटे बच्चे शैवी पाटोले और श्रीशा पाटोले ने अपनी बचत से मिठाई दान कर मानवता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। वहीं राजेश विजय सोनावडेकर ने फराल वितरण में सहयोग देकर लोगों का मुंह मीठा कराया।
दिवाली के इस अवसर पर ‘अन्नमित्र सत्कार्य’ की यह पहल न केवल जरूरतमंद परिवारों में खुशियां लेकर आई बल्कि समाज में संवेदना और सेवा की नई मिसाल भी बनी।
