■ ‘मोंथा’ के कारण 5 नवंबर से हल्की ठंडी की शुरुआत

मुंबई।
अरबी सागर में बने गहरे दबाव क्षेत्र के प्रभाव से गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को मुंबई, पालघर और कोकण तटीय इलाकों में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
वहीं बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न ‘मोंथा’ चक्रवात के कारण विदर्भ क्षेत्र में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह चक्रवात मंगलवार को आंध्र प्रदेश तट से टकराएगा, और इसके असर से बुधवार व गुरुवार को विदर्भ में तेज बारिश हो सकती है।
चक्रवात के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ की दिशा में जाने की संभावना है, इसलिए मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र पर इसका विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। वहीं, अरबी सागर का दबाव क्षेत्र अब गुजरात की ओर मुड़ गया है।
मौसम विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार यह निम्न दबाव वाला क्षेत्र गुरुवार की रात सूरत के आसपास टकरा सकता है, जिससे उत्तरी कोकण विशेषकर ठाणे, पालघर और रायगढ में मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

- ‘मोंथा’ मतलब क्या?
‘मोंथा’ शब्द का अर्थ थाई भाषा में “सुगंधित फूल” होता है। मौसम विभाग के अनुसार अरबी सागर के इस दबाव क्षेत्र के कारण नंदुरबार, धुले, जलगांव, नाशिक, छत्रपति संभाजीनगर, अहिल्यानगर, पुणे, सातारा, कोल्हापुर, मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
5 नवंबर के बाद महाराष्ट्र में मौसम धीरे-धीरे साफ होने लगेगा और राज्य के कई हिस्सों में ठंडी हवाओं की शुरुआत महसूस की जाएगी।
