■ एमवीए का ‘सत्य के लिए मार्च’, भाजपा का ‘मूक प्रदर्शन’

● मुंबई ।
मुंबई में शनिवार को मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को लेकर सियासी तापमान चढ़ गया। एक ओर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) जिसमें उद्धव ठाकरे, शरद पवार, बालासाहेब थोरात और राज ठाकरे जैसे नेता शामिल थे, ने ‘सत्य के लिए मार्च’ निकालकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसके विरोध में ‘मूक प्रदर्शन’ किया।

एमवीए का यह मार्च दक्षिण मुंबई के फैशन स्ट्रीट से मनपा मुख्यालय तक निकाला गया, जिसमें हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए। नेताओं ने मतदाता सूची में डुप्लिकेट नामों और दोहरी वोटिंग के आरोप लगाए। राज ठाकरे ने कहा कि “मुंबई के कई निर्वाचन क्षेत्रों में हजारों मतदाता दो बार मतदान कर चुके हैं,” और चुनाव आयोग पर “जल्दबाजी में चुनाव कराने” का आरोप लगाया।
इसी के जवाब में भाजपा ने गिरगांव में मूक प्रदर्शन कर एमवीए पर “फर्जी आरोपों से जनता को गुमराह करने” का आरोप लगाया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने कहा कि विपक्ष हर चुनाव से पहले “झूठे मुद्दे” उठाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश करता है।

इस तरह एक ही दिन में मुंबई की सड़कों पर सत्तारूढ़ और विपक्षी दोनों खेमों ने चुनावी मोर्चा खोल दिया। एक ने “सत्य के लिए”, तो दूसरे ने “सत्य के खिलाफ झूठ के विरोध में।”
