■ दिल्ली एयरपोर्ट पर जीपीएस स्पूफिंग से 800 उड़ानें प्रभावित

● नई दिल्ली।
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार, 7 नवंबर 2025 को तकनीकी गड़बड़ी से हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) प्रणाली ठप हो गई थी। इससे 800 से अधिक उड़ानें विलंबित हुईं और देशभर के वायुक्षेत्र में संचालन बाधित रहा। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार बीते दिनों दिल्ली एयरपोर्ट पर कई बार जीपीएस स्पूफिंग की घटनाएँ दर्ज की गईं, जिनसे उड़ान संचालन प्रभावित हुआ।
● क्या है जीपीएस स्पूफिंग?
साइबर सुरक्षा कंपनी मैक्एफी के अनुसार, यह तकनीक जीपीएस रिसीवर को धोखे में रखकर गलत सिग्नल भेजती है। इससे किसी विमान की वास्तविक स्थिति बदलकर नकली लोकेशन दिख सकती है। यह साइबर हमला नेविगेशन और समय समन्वय जैसी प्रणालियों की विश्वसनीयता को कमजोर करता है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने बताया कि तकनीकी समस्या अब हल हो चुकी है, हालांकि बैकलॉग के कारण संचालन सामान्य होने में समय लगेगा।
तेज़ पूर्वी हवाओं की वजह से कई उड़ानों को दिशा बदलनी पड़ी, जिससे हवाई मार्ग में भीड़ बढ़ गई।
द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार पिछले सप्ताह दिल्ली के ऊपर उड़ने वाले विमानों को झूठे नेविगेशन डेटा और गलत स्थल चेतावनियों का सामना करना पड़ा। डीजीसीए (DGCA) ने घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। संसदीय परिवहन समिति ने पहले ही एटीसी प्रणाली के आधुनिकीकरण की सिफारिश की थी। यह घटना देश की हवाई सुरक्षा और तकनीकी ढांचे की मजबूती की तत्काल आवश्यकता को उजागर करती है।
(सोर्स: मिंट)
