■ एंटी एजिंग दवा बनाने का दावा

● बीजिंग
चीन के वैज्ञानिकों ने ऐसी नई एंटी-एजिंग दवा विकसित करने का दावा किया है जो भविष्य में मानव जीवन को 150 वर्ष तक बढ़ा सकती है। यह दावा बीजिंग स्थित बायोटेक कंपनी Lonvi Biosciences के शोधकर्ताओं ने किया है, जो वर्तमान में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने वाले यौगिक Procyanidin C1 पर काम कर रहे हैं।
कंपनी का कहना है कि यह यौगिक अंगूर के बीजों में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक तत्व है, जो शरीर की सेनेसेंट कोशिकाओं यानी उम्रदराज और निष्क्रिय हो चुकी कोशिकाओं को हटाने में मदद कर सकता है। यही कोशिकाएं शरीर में उम्र बढ़ने, झुर्रियों, और अंगों की कार्यक्षमता घटने जैसी प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार मानी जाती हैं।
Lonvi Biosciences के तकनीकी निदेशक ने जापान टाइम्स और तास एजेंसी से बातचीत में कहा कि “यदि हमारे परीक्षण सफल रहे, तो मानव जीवन को 150 वर्ष तक बढ़ाना संभव हो सकता है। यह शोध आने वाले वर्षों में वास्तविकता बन सकता है।” कंपनी ने बताया कि प्रारंभिक प्रयोगशाला परिणामों में यह यौगिक डीएनए की क्षति को सुधारने और कोशिकीय उम्र को घटाने में प्रभावी पाया गया है।
हालांकि, विशेषज्ञों ने इस दावे को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है। कई अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों का कहना है कि यह शोध अभी प्रारंभिक स्तर पर है और इसके अधिकांश परीक्षण चूहों पर किए गए हैं। मानव पर इसके परिणाम क्या होंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
वॉशिंगटन पोस्ट और न्यूयॉर्क टाइम्स जैसी प्रमुख पत्रिकाओं ने भी बताया है कि इस क्षेत्र में चीन, अमेरिका और यूरोप के वैज्ञानिक बढ़ती उम्र की प्रक्रिया को समझने और उसे धीमा करने के लिए बड़े पैमाने पर अनुसंधान कर रहे हैं। लेकिन किसी भी देश में अभी तक ऐसी कोई दवा विकसित नहीं हुई है जो मानव जीवन को 120 वर्ष से आगे बढ़ाने के वैज्ञानिक प्रमाण दे सके।
Lonvi Biosciences का यह शोध उम्र और स्वास्थ्य विज्ञान में एक उत्साहजनक संभावना जरूर पेश करता है, किंतु “150 वर्ष की उम्र” वाला दावा इस समय केवल एक आशावादी अनुमान है, न कि वैज्ञानिक रूप से सिद्ध वास्तविकता।
