■ अभिजीत मुहूर्त में होगा ध्वजारोहण; VIP मूवमेंट के चलते 25 नवंबर को आम दर्शन बंद, पूरे शहर में सजावट और बारात

● अयोध्या
अयोध्या में 25 नवंबर को राममंदिर के शिखर पर प्रथम बार ध्वजारोहण होने जा रहा है। सुबह 11 बजे पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभिजीत मुहूर्त (12 से 12.30 बजे) में बटन दबाकर ध्वज फहराएंगे। RSS प्रमुख मोहन भागवत भी उनके साथ उपस्थित रहेंगे। ध्वजारोहण के क्षण में मंदिर परिसर में घंटे-घड़ियाल बजेंगे और वैदिक मंत्रों के बीच ध्वज को सलामी दी जाएगी।
42 फीट ऊंचे स्तंभ पर लगने वाला यह ध्वज 22 फीट लंबा और 11 फीट चौड़ा है, जो लगभग 3 किलोमीटर दूर से दिखाई देगा। ध्वज अहमदाबाद के कारीगरों ने विशेष पैराशूट फैब्रिक से तैयार किया है। इसमें सूर्यवंश के प्रतीक सूर्य, ॐ और कोविदार वृक्ष चित्रित हैं। ध्वज बदलने के लिए ऑटोमैटिक फ्लैग होस्टिंग सिस्टम लगाया गया है, जिससे पुजारियों को शिखर पर नहीं चढ़ना पड़ेगा।

मंदिर ट्रस्ट ने 25 नवंबर को VIP मूवमेंट देखते हुए आम दर्शन बंद रखे हैं। भक्त 26 नवंबर से दर्शन कर सकेंगे। PM मोदी हनुमानगढ़ी में पूजन के बाद रामलला के दर्शन करेंगे और मंदिर निर्माण में जुटे इंजीनियर-श्रमिकों से भी मुलाकात कर सकते हैं। SPG ने परिसर की सुरक्षा संभाल ली है।
अयोध्या में इस बार पहली बार राम-सीता विवाह उत्सव भी भव्य रूप से मनाया जा रहा है। जनकपुरी (नेपाल) से आए मेहमानों सहित लगभग आठ हजार लोगों के आने की संभावना है। तीर्थ पुरम में टेंट सिटी बनाकर ढाई हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की तैयारी की गई है। भोजन और प्रसाद के लिए सात स्थान तय किए गए हैं और शहर में LED स्क्रीनें लगाई जा रही हैं।

21 से 25 नवंबर तक मंदिर परिसर में सभी यजमानों का विशेष पूजन-अर्चन चलेगा। 25 नवंबर को अयोध्या के 12 प्रमुख मंदिरों से भव्य राम बारात निकलेगी, जिसमें भक्ति संगीत, शहनाई और मृदंग की धुनों के बीच श्रद्धालु शामिल होंगे। यह विवाह उत्सव राम दरबार की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहला अवसर है, जिसे अत्यंत दिव्य रूप में मनाया जा रहा है।
