
● नई दिल्ली
लगातार एनर्जी ड्रिंक पीने वालों के लिए विशेषज्ञों ने नई चेतावनी जारी की है। हाल में प्रकाशित कई शोधों में पाया गया है कि लंबे समय तक इन पेयों का अत्यधिक सेवन शरीर के महत्वपूर्ण अंगों विशेषकर हृदय, पैंक्रियास, जिगर और नर्वस सिस्टम पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।
जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में प्रकाशित एक सिस्टमेटिक रिव्यू में यह बताया गया कि एनर्जी ड्रिंक्स लेने के बाद दिल की धड़कन तेज होना, ब्लड प्रेशर बढ़ना और ईसीजी में अनियमितताएं (QTc प्रोलेन्गेशन) जैसी समस्याएं कई मामलों में दर्ज की गईं। विशेषज्ञों के अनुसार कैफीन और अन्य स्टिमुलेंट्स का उच्च स्तर हृदय की सामान्य गतिविधि पर दबाव बनाता है।

पैंक्रियास पर भी इनके नकारात्मक प्रभाव को लेकर चिकित्सा जगत सतर्क है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में दर्ज एक केस स्टडी में एक युवा व्यक्ति में लगातार एनर्जी ड्रिंक पीने से “पैंक्रियाइटिस” जैसे लक्षण दिखाई दिए। शोधकर्ताओं ने कहा कि उच्च शर्करा और रासायनिक तत्वों के कारण पैंक्रियास पर दीर्घकालिक नुकसान की संभावना रहती है।
इसके अलावा, कई मेडिकल रिपोर्टें लिवर इंफ्लेमेशन और हेपेटोटॉक्सिसिटी को भी एनर्जी ड्रिंक्स के अत्यधिक उपयोग से जोड़ती हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि लगातार मीठे और उत्तेजक तत्व वाले पेय लिवर पर मेटाबॉलिक दबाव बढ़ा देते हैं, जिससे सूजन और अन्य दीर्घकालिक समस्याएं हो सकती हैं।

नर्वस सिस्टम पर इनके प्रभाव को लेकर भी चिंताएं बढ़ी हैं। उच्च मात्रा में कैफीन के कारण घबराहट, अनिद्रा, कंपकंपी और मानसिक बेचैनी जैसे लक्षण कई अध्ययनों में दर्ज हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार ओवरस्टिमुलेशन तंत्रिका तंत्र की सामान्य कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि एनर्जी ड्रिंक्स का कभी–कभार सेवन सामान्यतः सुरक्षित माना जाता है, लेकिन लंबे समय तक हर दिन अधिक मात्रा में पीने से जोखिम काफी बढ़ जाता है। उन्होंने लोगों से संयम बरतने और बच्चों व युवाओं को इन पेयों से दूर रखने की अपील की है।
