■ तिरुनेलवेली शीर्ष पर, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत आगे
■ शुद्ध बिजनेस हब शहरों के नाम भी घोषित

● नई दिल्ली
देशभर में बढ़ते प्रदूषण के बीच राहत देने वाली आधिकारिक जानकारी सामने आई है। वर्ष 2025 के ताजा वायु-गुणवत्ता आँकड़ों के अनुसार भारत के कई शहर ऐसे हैं जहाँ हवा अब भी बेहद स्वच्छ है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के डाटा और राष्ट्रीय स्तर पर जारी एअर-क्वालिटी रिपोर्ट के आधार पर दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत के शहर सबसे बेहतर स्थिति में पाए गए हैं।
सबसे उल्लेखनीय नाम तमिलनाडु का तिरुनेलवेली है, जहाँ वर्ष 2025 में औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगभग 33 दर्ज किया गया, जो देश का सर्वश्रेष्ठ स्तर माना गया। प्रदूषण नियंत्रण एजेंसियों के अनुसार यह शहर देश का सबसे स्वच्छ वायु-गुणवत्ता वाला शहरी क्षेत्र बनकर उभरा है।
दूसरा स्थान अरुणाचल प्रदेश के नाहरलगुन को मिला, जहाँ AQI 43 दर्ज हुआ। वहीं कर्नाटक के मदिकेरी में AQI 44, विजयपुरा में 47, और तमिलनाडु के तंजावुर में भी AQI 47 रिकॉर्ड किया गया। ये सभी शहर “Good” श्रेणी में आते हैं, जहाँ हवा न केवल स्वच्छ मानी जाती है बल्कि स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह सुरक्षित भी होती है।
हर वर्ष बदलते मौसम, तापमान और हवा की दिशा के कारण AQI में उतार-चढ़ाव आता है, मगर 2025 के आधिकारिक आँकड़े यह स्पष्ट करते हैं कि दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत अब भी वायु-गुणवत्ता के मामले में बाकी देश से बेहतर स्थिति में बने हुए हैं।
- इन बिजनेस हब शहरों की हवा शुद्ध
औद्योगिक गतिविधि और भारी ट्रैफिक के बावजूद कुछ बड़े शहर ऐसे हैं जहाँ एयर-क्वालिटी अन्य महानगरों की तुलना में संतोषजनक मानी गई है। इनमें पुणे, मुंबई, अहमदाबाद, नाशिक और पिंपरी-चिंचवड़ शामिल हैं। हालांकि, आधिकारिक अध्ययनों से यह भी सामने आया है कि किसी भी बड़े भारतीय बिजनेस हब ने पिछले वर्षों में “सुरक्षित” (Good) AQI स्तर हासिल नहीं किया। आर्थिक गतिविधि, उद्योग, जनसंख्या घनत्व और ट्रैफिक प्रदूषण लगातार वायु-गुणवत्ता को चुनौती देते रहते हैं।
सोर्स: CPCB व राष्ट्रीय एयर-क्वालिटी रिपोर्ट 2025
