
● इवांस्टन (यूएसए)
वैज्ञानिकों ने इतिहास में पहली बार वह क्षण सीधे रिकॉर्ड किया है, जब हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के परमाणु आपस में मिलकर पानी बनाते हैं। अमेरिका की नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी की शोध टीम ने एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप और विशेष गैस-सेल तकनीक का उपयोग करके पानी के बनने की प्रक्रिया को नैनो-स्तर पर कैद किया।
शोधकर्ताओं ने इस प्रतिक्रिया को संभव बनाने के लिए पैलेडियम धातु का इस्तेमाल किया, जो गैसों को अपनी सतह पर खींचकर उन्हें जोड़ने में मदद करती है। जैसे ही हाइड्रोजन और ऑक्सीजन पैलेडियम की सतह पर सक्रिय हुए, माइक्रोस्कोप में लगभग 50 नैनोमीटर आकार की छोटी-छोटी बूंदें बनती हुई दिखाई दीं। यह पहली बार था जब वैज्ञानिकों ने “पानी बनते हुए” को प्रत्यक्ष रूप में देखा और रिकॉर्ड किया।
यह उपलब्धि इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बताती है कि प्रकृति में होने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाएँ वास्तव में कैसी दिखती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तकनीक के आधार पर आगे चलकर ऊर्जा-उत्पादन, स्पेस मिशन और सूखे क्षेत्रों में पानी तैयार करने जैसी नई संभावनाएँ विकसित हो सकती हैं। हालांकि यह प्रयोग अत्यधिक नियंत्रित परिस्थितियों में किया गया है, फिर भी यह रसायन विज्ञान की दुनिया में एक ऐतिहासिक प्रगति मानी जा रही है।
सोर्स:
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी, लाइव साइंस, साइंसटेक डेली, गिज़मोडो, टेक एक्सप्लोरिस्ट
