
मुंबई।
मुंबई–गोवा हाईवे प्रोजेक्ट, जो लगभग डेढ़ दशक से अटका हुआ था, अब अपने अंतिम चरण में पहुँच गया है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में बताया कि परियोजना का 89 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और शेष हिस्सा अप्रैल 2026 तक तैयार कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हाईवे के बन जाने से कोंकण से मुंबई तक की यात्रा पहले से अधिक तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक होगी। विंटर सेशन के दौरान महाराष्ट्र की तीन प्रमुख सड़क परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि हाईवे की प्रगति अब संतोषजनक है।
■ क्या बदलेगा इस हाईवे के पूरा होने के बाद?
- यह फोर-लेन हाईवे पनवेल, रत्नागिरी, गोवा समेत कोंकण के अनेक क्षेत्रों को बेहतर रूप से जोड़ेगा।
- पहले इसकी डेडलाइन 2025 थी, लेकिन तकनीकी व प्रशासनिक कारणों से देरी हुई।
- अब 2026 में इसे आम यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
- अभी सड़क मार्ग से मुंबई से गोवा पहुँचने में लगभग 12 घंटे लगते हैं।
हाईवे शुरू होने के बाद यह सफर केवल 6 घंटे में पूरा हो सकेगा।
466 किलोमीटर लंबा यह आधुनिक हाईवे करीब 7,300 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है। इसमें सड़क चौड़ीकरण के साथ कई नए एक्सप्रेसवे फीचर्स जोड़े जा रहे हैं, जिससे यात्रा अधिक तेज और सुरक्षित होगी।
मानगांव, इंदापुर, पाली, लांजा, कोलाड और चिपलून में बाईपास, फ्लाईओवर तथा अंडरपास के निर्माण से स्थानीय ट्रैफिक दबाव भी कम होगा।
मुंबई–गोवा हाईवे के साथ-साथ धुले–पिंपलगांव फोर-लेन को सिक्स-लेन बनाने की मंजूरी मिल चुकी है और पुणे–कोल्हापुर रोड भी अगले एक वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है।
