
● नई दिल्ली।
घरेलू हवाई उड़ान सेवाओं में आई अव्यवस्था को लेकर इंडिगो एक बार फिर संसद के निशाने पर रही। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने लोकसभा में स्पष्ट कहा कि कोई भी एयरलाइन कितनी ही बड़ी क्यों न हो, उसे नियमों से खिलवाड़ कर यात्रियों को असुविधा पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने इस पूरे प्रकरण की जिम्मेदारी सीधे इंडिगो पर डाली और चेताया कि कठोर कार्रवाई तय है।
मंत्री ने जानकारी दी कि इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को मंत्रालय ने तलब किया था। मंगलवार को मुलाकात के दौरान नायडू ने दो टूक कहा कि एयरलाइन को अपने कृत्यों की कीमत चुकानी ही पड़ेगी। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि सभी यात्रियों को किराया, बैगेज सहित अन्य देय भुगतान बिना देर के लौटाए जाएं।
एल्बर्स ने मंत्रालय को बताया कि स्थिति अब सामान्य है और 6 दिसम्बर तक के यात्रियों को पूरा रिफंड जारी कर दिया गया है। इंडिगो ने दावा किया है कि उसकी उड़ान सेवाएं पुनः स्थिर हो चुकी हैं और कंपनी हर प्रभावित यात्री की जरूरतें पूरी करने में लगी है। इसी क्रम में सीईओ एल्बर्स ने अपने नवीन वीडियो संदेश में यात्रियों से पुनः क्षमा भी मांगी।
अपने संदेश में उन्होंने कहा, “हमारा अनुमान था कि 10-15 दिसम्बर तक सेवाएं सामान्य हो जाएंगी, किंतु अब मैं विश्वासपूर्वक कह सकता हूं कि 9 दिसम्बर से परिचालन पूर्णतः स्थिर हो चुका है। वेबसाइट पर उपलब्ध सभी उड़ानें निर्धारित समयानुसार संचालित हो रही हैं, हालांकि कुछ मार्गों पर अभी हल्के समायोजन शेष हैं।”
उन्होंने बताया कि रद्द या विलंबित उड़ानों के यात्रियों को रिफंड निरंतर जारी है। प्राथमिकता यह रही कि एयरपोर्ट पर फंसे हुए सभी यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य या घर पहुंचाया जाए, इसके बाद रिफंड प्रक्रिया को गति दी गई। लाखों यात्रियों को पूरा धन वापस किया जा चुका है।
एयरपोर्ट पर छूटे अधिकांश बैगेज यात्रियों के घर पहुंचा दिए गए हैं, शेष भी शीघ्र उपलब्ध कराए जाएंगे। एल्बर्स ने कहा
