
● मुंबई
महाराष्ट्र में मुंबई, ठाणे सहित प्रमुख महापालिकाओं के चुनाव को लेकर महायुति घटक दलों के बीच सकारात्मक बातचीत आगे बढ़ रही है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने बताया कि नागपुर में देर रात उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके बीच विस्तृत बैठक हुई, जिसमें प्रमुख महापालिकाओं में संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने पर सहमति बनी। अन्य नगरपालिकाओं के लिए निर्णय स्थानीय समितियां लेंगी।
चव्हाण ने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस महायुति का ही हिस्सा है और उनके साथ संभावित गठजोड़ का निर्णय स्थानीय स्तर पर लिया जाएगा। एकनाथ शिंदे ने कहा कि महायुति के रूप में ही चुनाव लड़ने पर सभी दलों में सहमति है।
इस बीच भाजपा के आंतरिक सर्वे में दिलचस्प निष्कर्ष सामने आए हैं। मुंबई के 18 मुस्लिम बहुल वार्डों में भाजपा के प्रति नाखुशी दिखी है, परंतु एकनाथ शिंदे की व्यक्तिगत लोकप्रियता अधिक पाई गई। सर्वे में संकेत मिला कि यदि इन वार्डों में शिंदे की पसंद के उम्मीदवार उतारे जाएँ तो गठबंधन को लाभ हो सकता है। शिंदे की “लाडकी बहिण” योजना का प्रभाव मुस्लिम महिलाओं में भी दर्ज किया गया है।
मुंबई महापालिका चुनाव के समीकरणों में अजित पवार गुट के नेता नवाब मलिक विवाद का कारण बने हुए हैं। भाजपा उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है। सूत्रों के अनुसार यदि मुंबई में राष्ट्रवादी का नेतृत्व किसी अन्य नेता को दिया जाए तो भाजपा को कोई आपत्ति नहीं होगी। महायुति में राष्ट्रवादी को साथ लेने के प्रयास तेज हो गए हैं।
