■ सुरेंद्र मिश्र ने मुंहतोड़ जवाब देने की चेतावनी दी

● वसई
पालघर जिले के विरार पूर्व में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राघवेंद्र सेवा मंच के प्रमुख सुरेंद्र कुमार मिश्र ने सवर्ण समाज, विशेषकर ब्राह्मण समुदाय पर हाल के दिनों में की जा रही टिप्पणियों को लेकर तीखी नाराजगी जताते हुए सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मंच से संबोधित करते हुए मिश्र ने कहा कि देश में कुछ समूह जानबूझकर ब्राह्मण समाज की बहन-बेटियों पर कटाक्ष कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रवृत्ति का किसी को न कानून का भय है और न सामाजिक मर्यादा का। हाल में मध्य प्रदेश में पदस्थ एक अधिकारी संतोष वर्मा के बयान का ज़िक्र करते हुए मिश्र ने कहा कि ऐसी टिप्पणी सुनकर “खून खौल जाता है” और यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं, बल्कि खुलेआम सामाजिक वैमनस्य फैलाना है।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण के कथन “हर घर से संतोष वर्मा निकलेगा” पर पलटवार करते हुए मिश्र ने कहा, “अगर हर घर से संतोष वर्मा निकलेगा, तो हर घर से फरसाधारी परशुराम भी निकलेंगे।” उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी समुदाय की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी का “मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा” और ऐसे बयान देने वालों को इतिहास से सबक लेना चाहिए।
मिश्र ने यह भी सवाल उठाया कि एक ज़िम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी को किसी की बहन-बेटियों पर टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई न होने से समाज में गलत संदेश जाता है।
कार्यक्रम में उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि संतोष वर्मा को न केवल तत्काल निलंबित किया जाए, बल्कि बर्खास्त कर जेल भेजा जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति अपमानजनक बयान देने से पहले सौ बार सोचे।
मंच प्रमुख ने सवर्ण समाज से अपील की कि अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए एकजुट हों और समय रहते अपनी अगली पीढ़ी के सम्मान तथा सुरक्षा के लिए सजग रहें।
