
लखनऊ।
सावन की शुरुआत और कांवड़ यात्रा के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार देर शाम उच्चस्तरीय बैठक कर राज्य के अफसरों को कानून-व्यवस्था, श्रद्धा और जनसुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रावण मास (11 जुलाई से 9 अगस्त) के दौरान कांवड़ यात्रा, शिवरात्रि, नागपंचमी, रक्षाबंधन, रथ यात्रा और मुहर्रम जैसे पर्व एक साथ आएंगे, इसलिए यह समय बेहद संवेदनशील रहेगा।
मुख्यमंत्री ने जिलों और विभागों को सतर्क रहने को कहा, खासकर उत्तराखंड सीमा से सटे जिले, गाजियाबाद, मेरठ, अयोध्या, प्रयागराज, काशी और बरेली में विशेष निगरानी के निर्देश दिए। यात्रा मार्गों पर डीजे व ढोल-ताशा की आवाज तय मानकों के भीतर रखने और भड़काऊ नारों पर पूरी तरह रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
योगी ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह का रूट परिवर्तन या कानफोड़ू शोर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुहर्रम को लेकर भी प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि शांतिपूर्ण आयोजन सुनिश्चित हो और पुरानी घटनाओं से सीख लेते हुए पूर्ण तैयारी की जाए। शांति समितियों से संवाद को प्राथमिकता दी जाए।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री ने खुले में मांस बिक्री पर रोक, सफाई, रोशनी, पेयजल, शौचालय, प्राथमिक चिकित्सा और बिजली व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त करने को कहा। साथ ही, शिविर लगाने वाली संस्थाओं का सत्यापन कर जनसुविधा केंद्र सक्रिय रखने का आदेश भी दिया।