■ बिहार के मंत्री नितिन नबीन कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त

● नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी ने संगठन में एक नया अध्याय जोड़ते हुए बिहार के पीडब्ल्यूडी मंत्री नितिन नबीन को अपना नया कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। 45 वर्षीय नितिन नबीन इस पद तक पहुँचने वाले अब तक के सबसे युवा नेता हैं। खास बात यह है कि वे ऐसे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे, जिनका जन्म भाजपा की स्थापना के बाद हुआ।
भाजपा की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुई थी, जबकि नितिन नबीन का जन्म 1 सितंबर 1980 को हुआ। इससे पहले पार्टी के सभी राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसे रहे, जिनका जन्म स्थापना से पूर्व हुआ था। इस दृष्टि से नितिन नबीन की नियुक्ति केवल उम्र के लिहाज से ही नहीं, पीढ़ीगत बदलाव के संकेत के रूप में भी देखी जा रही है।
भाजपा के 15वें राष्ट्रीय अध्यक्ष
भाजपा के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष 1980 में अटल बिहारी वाजपेयी बने थे। इसके बाद 1986 में लालकृष्ण आडवाणी, 1991 में मुरली मनोहर जोशी और 1993 में एक बार फिर आडवाणी ने यह जिम्मेदारी संभाली।
1998 में कुशाभाऊ ठाकरे, 2000 में बंगारू लक्ष्मण और 2001 में जन कृष्णमूर्ति अध्यक्ष बने। 2002 में वेंकैया नायडू, 2004 में पुनः आडवाणी और 2005 में राजनाथ सिंह को पार्टी की कमान सौंपी गई।
2009 में नितिन गडकरी, उसके बाद दोबारा राजनाथ सिंह, फिर अमित शाह और 2020 में जेपी नड्डा पार्टी अध्यक्ष बने। अब 15वें राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नितिन नबीन को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष की भूमिका
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी के मुख्य कार्यकारी होते हैं। वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकों की अध्यक्षता करते हैं और संगठन की दिशा तय करने में केंद्रीय भूमिका निभाते हैं। युवा मोर्चा, किसान मोर्चा जैसी सहायक इकाइयों के गठन और नियुक्तियों में भी उनकी अहम भूमिका होती है।
इस पद के लिए कम से कम 15 वर्षों की पार्टी सदस्यता अनिवार्य है। चुनाव राष्ट्रीय और राज्य परिषदों से गठित निर्वाचक मंडल द्वारा होता है और कोई भी व्यक्ति लगातार दो से अधिक कार्यकाल तक इस पद पर नहीं रह सकता।
