● 5 साल पहले तक भरा गया ‘लगान’

अमरावती।
भारत को स्वतंत्र हुए 77 वर्ष हो चुके हैं, फिर भी महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में एक रेलवे ट्रैक ऐसा है जो अब भी ब्रिटेन की निजी कंपनी के स्वामित्व में है। अमरावती से मुर्तजापुर तक फैला लगभग 190 किलोमीटर लंबा ‘शकुंतला रेलवे ट्रैक’ भारत सरकार को हर साल 1.20 करोड़ रुपये की रॉयल्टी चुकवाता है।
इस ट्रैक का निर्माण 1916 में ब्रिटिश कंपनी ‘क्लिक निक्सन एंड कंपनी’ द्वारा करवाया गया था, जिसका उद्देश्य विदर्भ से कपास को मुंबई पोर्ट तक पहुंचाना था। यहां ‘शकुंतला पैसेंजर’ नामक ट्रेन चलती थी, जो यवतमाल और अचलपुर सहित 17 स्टेशनों पर रुकती थी और क्षेत्र के लोगों के लिए एक जीवनरेखा बनी रही।
हालांकि, 2020 से इस ट्रैक पर ट्रेनें बंद हैं। 60 वर्षों से बिना मरम्मत के जर्जर हो चुके ट्रैक और मात्र 20 किमी/घंटा की रफ्तार ने इसे असुरक्षित बना दिया। शकुंतला ट्रैक आज भी औपनिवेशिक दौर की जीवित याद बनकर खड़ा है।