
नई दिल्ली।
भारतीय नौसेना ने इतिहास रच दिया है। सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया नेवी की पहली महिला फाइटर पायलट बन गई हैं। यह उपलब्धि न केवल सैन्य इतिहास में नया अध्याय जोड़ती है बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।
विशाखापत्तनम स्थित आईएनएस डेगा में आयोजित भव्य समारोह में उन्हें ‘विंग्स ऑफ गोल्ड’ से सम्मानित किया गया। यह प्रतीक चिह्न उन्हें नौसेना स्टाफ (वायु) के सहायक प्रमुख रियर एडमिरल जनक बेवली ने प्रदान किया। इसी समारोह में लेफ्टिनेंट अतुल कुमार ढुल को भी फाइटर पायलट की मान्यता मिली।
दोनों अधिकारियों ने बेसिक हॉक कन्वर्जन कोर्स (BHCC) के दूसरे बैच में प्रशिक्षण प्राप्त किया और उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए यह उपलब्धि हासिल की। आस्था पूनिया मूल रूप से हरियाणा से हैं और उनका संबंध उत्तर प्रदेश के मेरठ से भी बताया गया है।
ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने हर स्तर पर श्रेष्ठता दिखाई, जिससे उनकी यह सफलता देश की करोड़ों बेटियों के लिए प्रेरणा बन गई है। नौसेना की लड़ाकू शाखा में महिला अधिकारी की यह पहली तैनाती भविष्य में और भी कई रास्ते खोलेगी।