
मुंबई।
चित्रनगरी संवाद मंच मुम्बई के ‘इन्द्रधनुष’ कार्यक्रम में पेश की गईं विविधरंगी रचनाओं को श्रोताओं से भरपूर सराहना मिली। राजू मिश्र ‘कवि रा’ के मुक्तक, हीरेन्द्र झा की डायरी, देवांग पारिख की गुजराती ग़ज़ल, पवन कुमार की कहानी, के पी सक्सेना ‘दूसरे’ के दोहे रचनात्मकता की सुंदर मिसाल थे। देवमणि पाण्डेय की ग़ज़ल से समापन हुआ। संयोजक नवीन सी. चतुर्वेदी ने संचालन किया।
रविवार 20 जुलाई 2025 को मृणालताई हाल, केशव गोरे स्मारक ट्रस्ट, गोरेगांव में आयोजित इस कार्यक्रम के दूसरे सत्र में लब्ध प्रतिष्ठित कवियों ने काव्य पाठ किया। इनमें शामिल थे – दीप्ति नागर, मंजू शर्मा, नीता श्रीवास्तव, अंबिका झा, नरोत्तम शर्मा, राजेश हिंगू, क़मर हाजीपुरी, प्रदीप गुप्ता, मीत जालंधरी, अनुज वर्मा, हेमंत शर्मा और सोनू पाहुजा।
धरोहर के अंतर्गत पद्मविभूषण गोपालदास नीरज को याद किया गया और उनके रचनात्मक योगदान पर चर्चा की गई।

अगला कार्यक्रम 27 को
आगामी रविवार 27 जुलाई को चित्रनगरी संवाद मंच में कथाकार प्रेमचंद को याद किया जाएगा। अभिनेता सोनू पाहुजा प्रेमचंद की कहानी ‘विमाता’ का पाठ करेंगे। साहित्यप्रेमियों व कवियों से कार्यक्रम में उपस्थित रहने की अपील की गई है।