क्या आप जानते हैं कि भारत में पहला सिक्का कब चला? पहला नोट कब छपा? या फिर रिज़र्व बैंक कब बना? चलिए, जानते हैं भारतीय मुद्रा के रोचक इतिहास को संक्षेप में-
सबसे पहले कब बना सिक्का?
छठी शताब्दी ईसा पूर्व में महाजनपद काल में पंच-चिह्नित सिक्कों का चलन हुआ। ये सिक्के तांबे, चांदी और सोने के होते थे और मगध, कौशल, काशी में खूब चलते थे। ईस्ट इंडिया कंपनी ने 19 अगस्त 1757 को प्लासी युद्ध के बाद बंगाल में पहला एक रुपये का सिक्का जारी किया।

– 1861 में ब्रिटिश सरकार ने भारतीय मुद्रा अधिनियम के तहत ₹10 का पहला नोट जारी किया, जिस पर रानी विक्टोरिया की तस्वीर थी।
– इसके पहले 1770 में ‘बैंक ऑफ हिंदुस्तान’ और 1773 में ‘जनरल बैंक ऑफ बंगाल एंड बिहार’ ने कागजी नोट छापे थे।
-1 अप्रैल 1935 को हिल्टन यंग कमीशन की सिफारिश पर RBI बना।पहले यह प्राइवेट बैंक था, जिसे 1949 में राष्ट्रीयकृत कर दिया गया।
आजादी के बाद की कहानी
- 15 अगस्त 1949 को भारत सरकार ने पहला नोट जारी किया।
- 26 जनवरी 1950 को RBI ने ‘रिपब्लिक सीरीज’ के नोट पेश किए।
- धीरे-धीरे ₹50 (1975), ₹1000 (1954), और ₹2000 (2016) के नोट भी आए।
- आज़ादी के पहले 10,000 का नोट भी छपा था जिसे 1978 में पूरी तरह बंद कर दिया गया।
UPI: एक डिजिटल क्रांति
2016, अगस्त में UPI की शुरुआत हुई। NPCI ने इसे RBI और IBA की निगरानी में लॉन्च किया।
डॉ. रघुराम राजन के कार्यकाल में यह एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हुआ। कोरोना काल में यह आम जीवन का हिस्सा बन गया और आज भारत का UPI सिस्टम दुनिया में सबसे तेज और सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म बन चुका है।
मुद्रा का वैश्विक इतिहास
पहला सिक्का लगभग 600 ईसा पूर्व में लिडिया (अब तुर्किए) में बना। कागज की मुद्रा पहली बार चीन में 7वीं-10वीं सदी के बीच ‘फ्लाइंग मनी’ के रूप में शुरू हुई। स्वीडन ने 1661 में पहला आधुनिक नोट जारी किया। जबकि मुद्रा के अस्तित्व से पहले व्यापार वस्तु विनिमय प्रणाली पर आधारित था, अनाज के बदले पशु, मसालों के बदले कपड़े जैसी अदल-बदल।
–स्रोत:
RBI म्यूजियम वेबसाइट: museum.rbi.org.in
www.britannica.com
पुस्तक: The History of Money जैक वेदरफोर्ड