
मुंबई।
गुरुवार को गोरेगांव (पूर्व), मुंबई स्थित एस्पेन गार्डन हॉल में रसराज संस्था द्वारा तुलसी जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य परिसंवाद एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. ओमप्रकाश दुबे रहे, जबकि विशिष्ट वक्ता डॉ. सत्यदेव त्रिपाठी ने अपने सारगर्भित व्याख्यान में तुलसीदास और प्रेम तत्व के संबंधों को चौपाइयों के माध्यम से रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। उन्होंने रामचरितमानस में निहित जीवन मूल्य और भक्ति भाव पर भी गहन प्रकाश डाला।
कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवियों और कवयित्रियों भारतेन्दु विमल, ओमप्रकाश तिवारी, गुलशन मदान, रामकुमार वर्मा, राजू मिश्र ‘कविरा’, मार्कण्डेय त्रिपाठी, अरुण दुबे, जवाहरलाल निर्झर, राम सिंह, कल्पेश यादव, रामव्यास उपाध्याय के साथ-साथ डॉ. रोशनी किरण, अलका अग्रवाल सिगतिया, किरण तिवारी और वर्षा महेश ने भगवान श्रीराम, शिव और तुलसीदास पर केंद्रित रचनाओं की भावपूर्ण प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का संचालन रासबिहारी पाण्डेय ने किया एवं आभार ज्ञापन हितेश सोमपुरा द्वारा किया गया।
इस आयोजन की विशेषता इसकी भक्ति एवं आध्यात्मिकता से ओतप्रोत वातावरण रही। वक्ताओं और कवियों ने गोस्वामी तुलसीदास के जीवन प्रसंगों, उनकी काव्य भाषा, उपमाओं व प्रतीकों के प्रयोग, तथा उनके साहित्यिक योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। यह भी रेखांकित किया गया कि रामचरितमानस आज भी जनमानस में उतनी ही प्रभावी है और भारतीय जीवन शैली को दिशा प्रदान करती है।