● वैज्ञानिकों ने RSV वायरस से खोजा संभावित इलाज

नई दिल्ली।
वैज्ञानिकों ने कैंसर उपचार की दिशा में एक क्रांतिकारी खोज की है। एक सामान्य सर्दी-जुकाम का वायरस रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (RSV) अब कैंसर कोशिकाओं का दुश्मन बन सकता है। वैज्ञानिकों ने इस वायरस को आनुवंशिक रूप से इस तरह बदला है कि यह सीधे कैंसर कोशिकाओं में घुसकर उन्हें आत्म-विनाश के लिए मजबूर करता है, जबकि स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान नहीं पहुंचाता।
इस तकनीक को ‘ऑन्कोलाइटिक वायरोथेरेपी’ कहा जाता है, जिसमें वायरस को कैंसर-रोधी अस्त्र की तरह प्रयोग किया जाता है। शोध के दौरान RSV‑A2 वायरस को सर्वाइकल, प्रोस्टेट, त्वचा और यकृत कैंसर कोशिकाओं पर आजमाया गया। परिणामस्वरूप, वायरस ने कैंसर कोशिकाओं में ऑटोफैगी और एपोप्टोसिस जैसी प्रक्रियाएं सक्रिय कर उन्हें नष्ट कर दिया।
यह प्रयोग फिलहाल प्रयोगशाला और जानवरों तक सीमित है लेकिन चूहों पर किए गए परीक्षणों में भी ट्यूमर के आकार में उल्लेखनीय कमी देखी गई है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह विधि कैंसर इलाज के पारंपरिक तरीकों कीमोथेरेपी और रेडिएशन के बिना काम कर सकती है, बशर्ते यह इंसानों पर भी सफल सिद्ध हो।
क्या कहता है विज्ञान?
RSV वायरस कैंसर कोशिकाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली को बाधित करता है और उन्हें नष्ट करने वाले प्रोटीन सक्रिय करता है। इसके चलते यह वायरस कैंसर कोशिकाओं में फैलने और उन्हें खत्म करने में सक्षम होता है। इस खोज के नतीजे बेहद उत्साहजनक हैं, लेकिन मानव परीक्षण (ह्यूमन ट्रायल) अभी शेष हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि आगे चलकर यह तकनीक कैंसर के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।
हालांकि यह तकनीक अभी परीक्षण चरण में है। यदि सब ठीक रहा तो इस संदर्भ में शीघ्र ही अच्छी खबर मिल सकती है।
स्रोत: BMC Cancer Journal (2023): https://bmccancer.biomedcentral.com
PMC NIH: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC10464077/
ResearchGate (2024): RSV-based Oncolytic Activity