● दिल का ‘मिनी ब्रेन’: 40,000 न्यूरॉन्स से दिमाग तक जाती हैं भावनाओं की लहरें

नई दिल्ली।
हमारा दिल सिर्फ एक पंप नहीं बल्कि अपने अंदर एक अद्भुत तंत्र छुपाए बैठा है। वैज्ञानिक इसे Intrinsic Cardiac Nervous System (ICNS) कहते हैं एक ऐसा तंत्रिका नेटवर्क जिसमें लगभग 40,000 विशेषीकृत न्यूरॉन्स मौजूद हैं। ये न्यूरॉन्स दिल की धड़कन, संचार और कई बार मस्तिष्क से स्वतंत्र त्वरित प्रतिक्रियाओं के लिए जिम्मेदार होते हैं।
विशेषज्ञ बताते हैं कि यह ‘दिल का छोटा दिमाग’ कई बार ऐसी परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया देता है जब मस्तिष्क को प्रतिक्रिया देने में अधिक समय लगता जैसे अचानक भय, भावनात्मक झटका, या तीव्र व्यायाम के दौरान।
और सबसे चौंकाने वाली बात वागस नर्व के माध्यम से होने वाले संवाद में लगभग 80 प्रतिशत सिग्नल दिल से मस्तिष्क की ओर जाते हैं जबकि केवल 20 प्रतिशत सिग्नल मस्तिष्क से दिल की ओर। इसका अर्थ है कि दिल लगातार मस्तिष्क को सूचनाएं भेज रहा है, जो शरीर की कई कार्यप्रणालियों को प्रभावित करती हैं।
हालांकि, शोधकर्ता यह भी स्पष्ट करते हैं कि दिल में मौजूद ये न्यूरॉन्स जटिल भावनाओं को ‘सोचने’ या ‘निर्णय लेने’ में सक्षम नहीं होते। लेकिन यह मस्तिष्क और दिल के बीच एक गहरा, निरंतर जैविक संवाद बनाए रखते हैं जो हमें यह एहसास कराता है कि ‘दिल की सुनना’ केवल एक कहावत नहीं बल्कि विज्ञान से जुड़ी हुई सच्चाई है।
(सोर्स:American Physiological Society, PubMed, 2019, Columbia University Surgery)